सरकार राजधर्म भूलकर किसानों की आवाज दबाने में जुटी : राजीव आर्य
कैथल, 13 फरवरी (हप्र)
युवा भाकियू प्रदेशाध्यक्ष राजीव आर्य ढांड ने कहा कि किसान संगठनों के आह्वान पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर रहे किसानों को रोकने के लिए सड़कों को बंद करना सरासर लोकतंत्र का हनन है। सरकार के इशारे पर ही किसानों पर अत्याचार किये जा रहे हैं, जिसे किसान किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगा और अपने हकों के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार है। दिल्ली कूच आंदोलन में भाग लेने से पूर्व ढांड में किसानों को संबोधित करते हुए राजीव आर्य ने कहा कि किसानों को दिल्ली कूच में जाने से रोकने के लिए हाईवे मार्ग पर सड़क किनारे खाई खोदने के साथ सडकों पर सीमेंट के पिल्लर, ऊंची दीवारें, नुकीले कीलों से बनी चादर, क्रेनों से भरी मिट्टी और रोडरोलर भी लगा दिए गए हैं। किसान नेता आर्य ने कहा कि अपनी जायज मांग को लेकर किसान दिल्ली जाकर हुक्मरानों को अपना दर्द बताना चाहते हैं, पर प्रदेश सरकार किसानों की मांगों को पूरा करने के बजाय बौखलाहट में ऐसे कदम उठा रही है। सरकार ने 15 जिलों में धारा 144 लागू कर दी है तो अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, सिरसा और फतेहाबाद में इंटरनेट सेवा बंद की हुई हैं। सरकार अपना राजधर्म पूरी तरह से भूल चुकी है और सत्ता के नशे में किसानों को प्रताड़ित कर उनकी आवाज को गोली व डंडे के दम पर दबाने में लगी है, लेकिन किसान सरकार के ऐसे ओछे हथकंड़ों से डरने वाले नहीं है और अपनी मांगे पूरी करवाकर ही दम लेंगे। युवा प्रदेशाध्यक्ष राजीव आर्य ने कहा कि किसानों ने दिल्ली कूच का ऐलान क्या किया सरकार ने हरियाणा-पंजाब बॉर्डर को उसे सील कर दिया। सड़कों पर सीमेंट के पिलर, नुकीले कीलों से बनी चादर और मिट्टी के डंपर डालकर रास्तों को बंद किया है। उन्होंने कहा कि सड़क पर बसों को आड़ा-तिरछा खड़ा कर रास्ते बंद किये जा रहे हैं। इस मौके पर उनके साथ कई किसान मौजूद थे।