विदेश सचिव हर्ष वर्धन शृंगला ने अमेरिका के विदेश मंत्री ब्लिंकन से की मुलाकात
वाशिंगटन, 3 सितंबर (एजेंसी)
विदेश सचिव हर्ष वर्धन शृंगला ने बृहस्पतिवार को अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, उप विदेश मंत्री वेंडी शरमन समेत जो बाइडन प्रशासन के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात की और अफगानिस्तान में मौजूदा स्थिति समेत द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। अफगानिस्तान से 31 अगस्त को अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद दोनों देशों के अधिकारियों के बीच यह पहली उच्च स्तरीय बैठक है। शृंगला एक दिन पहले न्यूयॉर्क से यहां पहुंचे और बृहस्पतिवार को अमेरिका के विदेश मंत्रालय के फॉगी बॉटम मुख्यालय में ब्लिंकन से मुलाकात की। बैठक के बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘द्विपक्षीय संबंधों और अफगानिस्तान के हालात पर चर्चा हुई।’ शृंगला ने अमेरिका में अपने समकक्ष उप मंत्री वेंडी शरमन समेत कई अधिकारियों के साथ भी बैठकें कीं। अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू भी शृंगला के साथ बैठकों में शामिल हुए। संधू ने ट्वीट किया कि ब्लिंकन और शरमन के साथ ‘आज सुबह बेहतरीन बातचीत हुई।’ बागची ने ट्वीट किया, ‘स्वास्थ्य, रक्षा और सुरक्षा, व्यापार और निवेश, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, जलवायु परिवर्तन, स्वच्छ ऊर्जा और लोगों के परस्पर संपर्क समेत विभिन्न क्षेत्रों में भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर महत्वपूर्ण चर्चा के लिए विदेश सचिव शृंगला ने शरमन से मुलाकात की।’ अमेरिका के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि शृंगला और शरमन ने दोनों देशों की साझा प्राथमिकताओं के विषयों पर विस्तृत चर्चा की। इसमें अफगानिस्तान पर निरंतर समन्वय, ‘क्वाड’ के माध्यम से भारत-प्रशांत सहयोग को मजबूत करना, जलवायु संकट और कोविड-19 महामारी से निपटना और ‘टू प्लस टू’ मंत्रिस्तरीय संवाद समेत आगामी संवादों की तैयारी करना शामिल हैं। क्वाड समूह में अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं। प्राइस ने बैठक का ब्यौरा देते हुए कहा कि दोनों राजनयिक अमेरिका-भारत साझेदारी को गहरा करने के लिए साझा लक्ष्यों और प्राथमिकताओं पर निकट समन्वय बनाए रखने पर सहमत हुए। शृंगला ने नागरिक सुरक्षा, लोकतंत्र और मानवाधिकार मामलों की उप विदेश मंत्री उजरा जेया से भी मुलाकात की। बैठक के बाद जेया ने ट्वीट किया, ‘अमेरिका-भारत संबंध हमारे साझा लोकतांत्रिक मूल्यों से परिभाषित होते हैं। वैश्विक चुनौतियों पर बारीकी से समन्वय करना जारी रखने के लिए तत्पर हैं।’