विश्व कल्याण के लिए विद्वानों ने रामतलाई सरोवर में लगाई डुबकी, किया तर्पण
लोहारु, 20 अगस्त (निस)
बिठन गांव के रामतलाई सरोवर में श्रावणी उपाकर्म का आयोजन किया गया। आसपास तथा राजस्थान के सैकड़ोें विद्वानों ने संध्या-उपासना करके विश्व कल्याण के लिए सरोवर में डुबकी लगाई। उन्होंने पूर्वजों को तर्पण भी किया।
चेयरमैन रामशरण बिठन ने बताया कि गांव में यह रामतलाई सरोवर सत्यनारायण साबू संस्कृत महाविद्यालय के आचार्य पं. हनुमान प्रसाद शास्त्री की प्रेरणा से 1996 में बनाया गया था। तभी से ही हर वर्ष यहां श्रावणी उपाकर्म का आयोजन होता आ रहा है। दिवंगत हनुमान प्रसाद शास्त्री को श्रद्धांजलि देते हुए विद्वानों ने सरोवर में श्रद्धा अनुसार गायत्री मंत्र जप किया। आचार्य भागीरथी शास्त्री (सिवानी) ने बताया कि इस आयोजन से कर्मकांड कराने वाले विद्वानों को शक्ति संचय होती है। धर्म के प्रति आस्था, निष्ठा और श्रद्धा बढ़ती है।
सच्ची श्रद्धा, विश्वास के साथ विश्व शांति, आपसी भाईचारा कायम रखने के लिए यह श्रावणी उत्सव मनाया जाता है। इसमें साबू संस्कृत महाविद्यालय के सभी विद्वान शिष्यों ने भाग लिया।
इस मौके पर ओमप्रकाश दीक्षित, महावीर दीक्षित, शिव कुमार दीक्षित, एडवोकेट राजीव दीक्षित, अश्वनी कुमार दीक्षित, विशाल दीक्षित, पंडित छाजु राम शर्मा, विवेक दीक्षित, पं. कृष्ण कुमार सिवानी, पं. कुंदन लाल शास्त्री, राजु दीक्षित डूडीवाला, घासी राम मंडोली खुर्द, अशोक कुमार शर्मा, शशि कांत शास्त्री, किरोड़ीमल शर्मा जूई, कुंदन लाल शास्त्री, देवकीनंदन बहल, बिशंभर लाल बहल, सोमबीर मतानी, संजय शास्त्री बिठन, चैयरमैन बहादुर चन्द भुगला, पुरुषोत्तम शर्मा लोहारू, प्रशांत शर्मा ढिगावा, विनोद कुमार शर्मा, पवन कुमार शर्मा नूनसर, अमर चन्द चहडकला, मुकेश शर्मा सिंघानी, मनोज कुमार शास्त्री बलाली, मुकेश कुमार तारानगर, राकेश शास्त्री, महेंद्र दीक्षित, सीताराम बिध्नोई, हरीचरण शास्त्री, दीपक शास्त्री, प्रवीण शास्त्री, प्रेम शास्त्री चहड़ खुर्द, आदि ने भाग लिया।