For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

दवा जैसे गुणकारी खाद्य पदार्थ

07:41 AM Nov 06, 2024 IST
दवा जैसे गुणकारी खाद्य पदार्थ
Advertisement

शिखर चंद जैन

Advertisement

आपने सुना होगा कि सेब और ब्रोकली में मौजूद फाइबर डायबिटीज और हार्ट डिजीज के लिए फायदेमंद माना जाता है या बेरीज में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स के कारण यह कैंसर से मुकाबला करने में मदद करती हैं, लेकिन यह नहीं सुना या पढ़ा होगा कि फ्लैक्स सीड्स महिलाओं में हॉट फ्लेशेज (मेनोपॉज के दौरान) के लिए लाभकारी होती हैं। पुस्तक ‘फूड्स दैट हार्म, फूड्स दैट हील’ में ऐसे ही सेहतमंद 11 फूड्स के बारे में बताया गया है।
शतावरी हाई ब्लड प्रेशर में लाभदायक
शतावरी में कुदरती डायर्यूटिक एस्पराजीन होता है, जो शरीर से अतिरिक्त तरल और नमक निकाल देता है। जिन लोगों में हाईबीपी के कारण ईडीमा (शरीर में जल जमा होने) की दिक्कत होती है उनके लिए यह फायदेमंद होती है। साथ ही शतावरी में विटामिन बी (1,2,3,6) समूह की मौजूदगी के कारण यह डिप्रेशन या गिरती हुई बौद्धिक क्षमता को संभालने में भी कारगर साबित होती है। लेकिन गठिया के मरीजों को इससे बचना चाहिए।
चाय इंफेक्शन भगाए
हमारे शरीर में किसी भी इंफेक्शन से लड़ने का काम सबसे पहले गामा डेल्टा टी सेल्स यानी इम्यून ब्लड सेल्स करती हैं। चाय में मौजूद केमिकल ‘एल-थियानिन’ इनकी ग्रोथ को 50 गुणा तक बढ़ा सकता है। जाहिर है यह इंफेक्शन से लड़ने में मददगार होती है। लेकिन चाय हमेशा दो बार के भोजन के बीच में ही पीनी चाहिए। भोजन के तुरंत पहले या बाद में इसे पीने से यह लौह तत्व को शरीर में ठीक से जज्ब नहीं होने देती।
प्याज कम करे लंग कैंसर का जोखिम
जर्नल ऑफ दी नेशनल कैंसर इंस्टीट्यट में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि अपनी डेली डाइट में फ्लेवोनायड्स की प्रचुर मात्रा लेने वाले लोगों में फेफड़े के कैंसर का जोखिम बहुत कम हो जाता है। प्याज में यह तत्व बहुतायत में पाया जाता है। प्याज के सेवन से शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल का उत्पादन भी बढ़ता है। लेकिन प्याज तुरंत ही काट कर खाना चाहिए
चीज़ दांतों के लिए काम की चीज
चीज में पाई जाने वाली फैट दांतों पर एक सुरक्षात्मक परत तैयार कर देती है, जो बैक्टीरिया से सुरक्षा देती है। इसमें मौजूद केसीन नामक प्रोटीन नैचुरल टूथ प्रोटेक्शन का काम करता है। लेकिन फूड एक्सपर्ट से राय लेकर ही इसका सेवन करें।
नींबू किडनी स्टोन का दुश्मन
नींबू और लाइम जूस में मौजूद साइट्रिक एसिड कई प्रकार के किडनी स्टोन का खात्मा कर देता है। यह यूरीन में कैल्शियम की मात्रा इकट्ठा नहीं होने देता। साथ ही नींबू के छिलके में रूटीन नामक तत्व होता है, जो रक्त धमनियों और शिराओं की दीवार को मजबूत करता है। इससे वैरीकोस वेन्स का दर्द कम होता है।
खूबानी आंखों के लिए खूब काम की
ड्राई खूबानी में बीटा कैरोटीन होता है। यह मोतियाबिंद या बढ़ती उम्र के कारण होने वाले मैकुलर डीजेनरेशन पर लगाम कसने में सक्षम है। साथ ही इनमें आयरन और पोटाशियम भी खूब होता है जो नर्व्स और मसल फंक्शन इम्प्रूव करते हैं।


केले में सेरेटोनिन
जब भी आप खुद को अकेला चिंतित औऱ अवसादग्रस्त महसूस करें एक या दो केले जरूर खा लें। एक मीडियम केले में आपकी दैनिक जरूरत का 30 फीसदी विटामिन बी-6 होता है। इस विटामिन से दिमाग में खुशी वाला केमिकल सेरोटोनिन उत्पन्न होता है। इसके अलावा केले में ट्रिप्टोफैन भी होता है जो एंग्जायटी से राहत दिलाता है। लेकिन जिन लोगों को लैटेक्स से एलर्जी हो, उन्हें केले से बचना चाहिए।
चोकर से डावर्टीक्यूलाइटिस में आऱाम
डायवर्टीक्यूलाइटिस आंतों की एक समस्या है जिसमें आंतों की दीवार में इंफेक्शन या इन्फ्लेमेशन हो जाता है। इससे पेट में दर्द, जलन या गैस की समस्या होती है। अपने भोजन में चोकरयुक्त आटे की रोटी शामिल करें। इससे काफी आराम मिलेगा।
सरसों हड्डी को मजबूत रखे बरसों
सरसों में मैंगनीज और फास्फोरस प्रचुर मात्रा में होते हैं। ये मिनरल दांतों व हड्डियों को मजबूत रखते हैं। साथ ही सरसों में सेलेनियम तत्व होता है जो कैंसर और हार्ट डिजीज से व मैग्नीशियम इन्फ्लेमेशन, ब्लड प्रेशर व शुगर से राहत दिलाता है।
पपीता से आर्थराइटिस में आराम
पपीते में विटामिन सी खूब होता है। एक मध्यम आकार का पपीता हमारी दैनिक जरूरत का दोगुना विटामिन सी दे देता है। एक अध्ययन में पता चला कि जो लोग विटामिन सी का सेवन कम करते हैं उनमें रूमेटाइड आर्थराइटिस का जोखिम दूसरे लोगों से तीन गुना तक ज्यादा हो सकता है।
बीट से ब्रेन रहे फिट
चुकंदर शरीर में नाइट्रिक एसिड उत्पन्न करता है जो शरीर में रक्त का प्रवाह दुरुस्त करता है। इससे मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह और ऑक्सीजन की आपूर्ति सही रहती है। इसके फलस्वरूप दिमागी बीमारियां जैसे अल्जाइमर्स, वैस्कुलर डिमेंशिया आदि के जोखिम कम होते हैं। लेकिन बीट के पत्ते पथरी का सबब बन सकते हैं। इसलिए बीट लीफ से बचें।
-डाईटीशियन संगीता मिश्र से बातचीत पर आधारित

Advertisement

Advertisement
Advertisement