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प्रथम खेलो इंडिया पैरा गेम्स साबित होंगे गेम चेंजर : ललिता शर्मा

08:27 AM Dec 09, 2023 IST
सोनीपत स्थित साई सेंटर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करती कार्यकारी निदेशक ललिता शर्मा। मंच पर बैठे वल्र्ड चैंपियन सुमित आंतिल व एशियन गेम्स के मेडलिस्ट अमित सरोहा। -हप्र

सोनीपत, 8 दिसंबर (हप्र)
भारतीय खेल प्राधिकरण, उत्तरी क्षेत्रीय केंद्र बहालगढ़ की कार्यकारी निदेशक ललिता शर्मा ने कहा कि 10-17 दिसंबर तक दिल्ली में होने वाले प्रथम खेलो इंडिया पैरा गेम्स भारतीय खेल इतिहास में गेम चेंजर साबित होंगे। इस आयोजन के बाद काफी संख्या में देश को नया टेलेंट मिलेगा।
कार्यकारी निदेशक ललिता शर्मा शुक्रवार को भारतीय खेल प्राधिकरण परिसर में खेलो इंडिया पैरा गेम्स को लेकर आयोजित पब्लिसिटी कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया पैरा गेम्स में एथलेटिक्स, बैडमिंटन, पॉवर लिफ्टिंग, आर्चरी, फुटबाल, टेबल टेनिस व शूटिंग की स्पर्धाओं का आयोजन किया जाएगा जिसमें 1400 से अधिक पैरा खिलाड़ी हिस्सा लेंगे। इस दौरान पैरा खिलाड़ियों का 3200 से अधिक स्पोर्टिंग स्टॉफ भी मौजूद रहेगा। उन्होंने कहा कि इन खेलों में ग्राट रूट के खिलाड़ी आएंगे जिससे खेलों का स्तर बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि भारतीय पैरा खिलाड़ियों ने 12 साल में एशियन पैरा गेम्स में अपने शानदार खेल के बूते मेडलों की संख्या 11 से बढ़ाकर 2023 में इनकी संख्या 111 मेडल तक पहुंचा दी। खेलों इंडिया के बाद अनेक प्रतिभावान खिलाड़ी सामने आयेंगे और पैरा खिलाड़ियों का भविष्य उज्ज्वल होगा।

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वर्ल्ड चैंपियन सुमित ने भारतीय ट्रेनिंग को बताया बेस्ट

टोक्यो पैरा ओलंपिक, पैरा एशियन गेम्स और वल्र्ड चैंपियन जेवलीन थ्रोअर सुमित आंतिल ने बताया कि वह भारत में ही ट्रेनिंग करना पंसद करते हैं। कारण उन्होंने 2018 में फिनलैंड में ट्रेनिंग ली मगर ठंडे मौसम को छोड़ दें तो बाकी कोई खास अंतर महसूस नहीं हुआ। उसके बाद से ही वह साई, सोनीपत में ट्रेनिंग कर रहे हैं। उसके बाद से वह अपने द्वारा ही बनाये वल्र्ड रिकॉर्ड को तोड़ चुके हैं।

सीनियर पैरा एथलीट अमित सरोहा ने अनुभव किये साझा

एशियन पैरा गेम्स में भारत की ओर से सर्वाधिक 5 मेडल जीतने वाले सीनियर एथलीट अमित सरोहा ने बताया कि 2009 में जब उन्होंने गेम शुरू किया था तब पैरा खिलाड़ियों के पास सुविधा नाम की कोई चीज नहीं होती थी। उन्होंने यह मुकाम हासिल करने के लिए काफी संघर्ष किया। आज के दौर में खिलाडिय़ों को सरकार की ओर बहुत सुविधाएं मिल रही हैं जिसके परिणामस्वरूप इस बार खिलाड़ियों ने एशियन गेम्स में मिले 111 मेडल देश की झोली में डाल दिये। उन्होंने कहा कि आगे मेडल की संख्या और बढ़ेगी। इस अवसर पर एशियन पैरा गेम्स मेडलिस्ट धर्मबीर नैन, सुनील फोगाट, हनी सिंह, द्रोणाचार्य एवं अर्जुन अवार्डी प्रीतम सिवाच, द्रोणाचार्य अवार्डी ओम प्रकाश दहिया, अखिल भारतीय तीरंदाजी संघ के संयुक्त सचिव डॉ. हुसैनी, तीरंदाजी संघ के रविशंकर, साई सोनीपत की सहायक निदेशक मीता भारद्वाज, साई के सहायक निदेशक बाबूराम रावल व प्रत्यक्ष जैन आदि भी मौजूद रहे।

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