Fireworks accident: केरल में मंदिर में उत्सव के दौरान हुई आतिशबाजी में हादसा, 150 से अधिक लोग घायल
कासरगोड (केरल), 29 अक्टूबर (भाषा)
Fireworks accident: केरल के उत्तरी जिले कासरगोड के वीरारकावु मंदिर में सैकड़ों लोग जब मध्यरात्रि के समय थेय्यम अनुष्ठान को देखने में मग्न थे, तभी अचानक धमाके होने लगे और आग की लपटें निकलने लगीं। देखते ही देखते अफरा-तफरी मच गई और निर्मल वातावरण में चीखें गूंजने लगीं।
मोबाइल फोन पर फुटेज, टेलीविजन चैनलों पर प्रसारित तस्वीरों से दुर्घटना की भयावहता और असहाय भीड़ की दहशत का अंदाजा लगाया जा सकता है। फुटेज में मंदिर के एक तरफ लोगों की भीड़ देखी जा सकती है, जिनके बीच लाल पोशाक पहने एक थेय्यम कलाकार नृत्य कर रहा है।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि अचानक विस्फोट की आवाज सुनाई दी और मंदिर के दूसरी ओर आग की बड़ी बड़ी लपटें तथा धुआं उठता दिखाई दिया। इन तस्वीरों में महिलाओं और बच्चों सहित लोग इधर-उधर भागते, दूसरों से दूर जाने का आग्रह करते देखे गए। पीड़ितों में से कई ने कहा कि वे अब भी सदमे से उबर नहीं पाए हैं और अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आधी रात को क्या हुआ था।
एक युवक ने मंगलवार को टीवी चैनलों को बताया, ‘‘हम थेय्यम देख रहे थे... अचानक धमाके की तेज आवाज सुनाई दी और कुछ ही दूरी पर आग की लपटें उठती दिखीं। हम सुरक्षित स्थान पर चले गए।''
अन्य प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि यह सब कुछ ही पलों में हुआ। घटना के कारण मची भगदड़ में कई लोगों को चोटें आईं। एक अन्य व्यक्ति ने चौंकाने वाली बात बताई कि जिस ‘शेड' में पटाखे रखे गए थे, उसके पास भारी भीड़ मौजूद थी। उन्होंने कहा, ‘‘बड़ी संख्या में लोग ‘शेड' के पास मौजूद थे। विस्फोट के समय उनके लिए वहां से भागना बहुत मुश्किल था।''
एक बुजुर्ग व्यक्ति ने बताया कि पटाखे फूटने से निकली चिंगारी संभवत: ‘शेड' में गिरी और वहां रखे पटाखों के ढेर में आग लग गई। पुलिस ने बताया कि यहां सोमवार देर रात को नीलेश्वरम के निकट एक मंदिर में उत्सव के दौरान आतिशबाजी के कारण हुई घटना में 150 से अधिक लोग घायल हो गए जिनमें 10 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
उन्होंने बताया कि घायलों को कासरगोड, कन्नूर और पड़ोसी राज्य कर्नाटक के मंगलुरु में विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। दुर्घटना नीलेश्वरम के निकट वीरारकावू मंदिर में हुई।
जिलाधिकारी ने मंगलवार को बताया कि दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हुए लोग 80 प्रतिशत तक झुलस गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘दुर्घटना के कारणों की जांच की जा रही है। घटनास्थल से नमूने जुटाए गए हैं। मामला दर्ज कर लिया गया है।'' उन्होंने कहा कि शुरुआती जांच के अनुसार, जिस जगह आतिशबाजी की जा रही थी, वह स्थान और पटाखा भंडारण केंद्र आस-पास ही हैं।
जिलाधिकारी ने कहा, ‘‘सुरक्षा संबंधी सावधानियां नहीं बरती गई थीं। दोनों स्थानों के बीच कम से कम 100 मीटर की दूरी बनाए रखने की शर्त का पालन नहीं किया गया था। पटाखों के भंडारण के लिए भी कोई अनुमति नहीं ली गई थी।'' पुलिस के अनुसार, आशंका है कि दुर्घटना मंदिर के पास पटाखा भंडारण क्षेत्र में आग लगने के कारण हुई। उन्होंने बताया कि दुर्घटना आधी रात के आसपास हुई।