केरल तट के पास मालवाहक जहाज पर आग और विस्फोट, बचाव कार्य जारी
सिंगापुर के ध्वज वाले जहाज में सोमवार को लगी थी भीषण आग
कोच्चि, 10 जून (एजेंसी)
केरल तट के पास सिंगापुर ध्वज वाले मालवाहक पोत में आग और विस्फोट की घटनाएं जारी हैं और पोत के मध्य क्षेत्र और ‘कंटेनर’ बे से आग की लपटें निकल रही हैं। भारतीय तटरक्षक अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि आगे के हिस्से में लगी आग पर काबू पा लिया गया है लेकिन पोत ‘एमवी वान हाई 503’ से घना धुआं उठ रहा है। भारतीय तटरक्षक जहाज ‘समुद्र प्रहरी’ और ‘सचेत’ आग को और अधिक फैलने से रोकने के लिए समुद्र में अग्निशमन और प्रशीतन अभियान संचालित कर रहे हैं। इस बीच तटरक्षक पोत ‘समर्थ’ को बचावकर्मियों की एक टीम के साथ कोच्चि से भेजा जा रहा है।
इससे पहले रक्षा प्रवक्ता ने कहा था कि भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस सूरत ने सिंगापुर के ध्वज वाले कंटेनर पोत में सवार चालक दल के 18 सदस्यों को उतार लिया वहीं अग्निशमन अभियान रातभर जारी रहा। चालक दल के सदस्यों को सोमवार रात 11.30 बजे मैंगलोर बंदरगाह पर उतारा गया। रक्षा प्रवक्ता ने कहा था कि भारतीय तटरक्षक जहाज ‘सचेत’ और ‘समुद्र प्रहरी’ रात भर आग बुझाने के काम में लगे रहे। वहीं तटरक्षक बल का डोर्नियर विमान मंगलवार सुबह घटनास्थल का हवाई सर्वेक्षण करने के लिए रवाना हुआ। सिंगापुर के ध्वज वाले जहाज में सोमवार को भीषण आग लग गई थी।
यह घटना भारतीय समयानुसार सुबह 9.20 बजे, केरल के कन्नूर जिले के अझिक्कल से लगभग 44 समुद्री मील दूर और कोच्चि से 130 समुद्री मील उत्तर-पश्चिम में हुई।
तेल रिसाव की चेतावनी जारी
कोच्चि (एजेंसी) : भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केन्द्र (आईएनसीओआईएस) ने सिंगापुर के ध्वज वाले मालवाहक जहाज ‘वान हाई 503’ में लगी भीषण आग के बाद कंटेनरों के बहने तथा संभावित तेल रिसाव की चेतावनी देते हुए परामर्श जारी किया है। आईएनसीओआईएस ने कंटेनरों, मलबे या लोगों के संभावित बहाव पर नजर रखने के लिए अपने सर्च एंड रेस्क्यू एड टूल(एसएआरएटी) को सक्रिय कर दिया है। संभावना है कि बहती हुई वस्तुएं अगले तीन दिनों में घटना स्थल से दक्षिण-दक्षिण-पूर्व की ओर बढ़ सकती हैं। आईएनसीओआईएस ने एक बयान में कहा, ‘कंटेनर के अगले तीन दिन तक समुद्र में बहते रहने की संभावना है और उन्हें समुद्र तट तक पहुंचने में अधिक समय लग सकता है।
हालांकि, कोझिकोड और कोच्चि के बीच कुछ कंटेनरों के समुद्र तट पर आने के बारे में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। स्थिति पर बारीकी से नजर रखी जा रही है और बहाव के बारे में अद्यतन दिशा-निर्देश प्रदान किए जाएंगे।’