भ्रूण लिंग जांच का भंडाफोड़, एक गिरफ्तार
बहादुरगढ़, 17 मार्च (निस)
गुुुरुग्राम और झज्जर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रोहतक-दिल्ली रोड स्थित एक अल्ट्रसाउंड सेंटर पर छापा मारा। दलाल (टाउट) ने जैसे ही डिकोय (नकली ग्राहक)को गर्भ में लड़का होना बताया तो स्वास्थ्य विभाग की टीम ने उसे काबू कर लिया। मामले में अल्ट्रासाउंड सेंटर और पर्ची बनाने वाले डॉक्टर की क्या भूमिका है, ये अभी जांच का विषय है।
दरअसल, स्वास्थ्य विभाग गुरुग्राम को सूचना मिली थी कि बहादुरगढ़ के नया गांव निवासी गुलाब भ्रूण लिंग जांच कराता है। उसे रंगे हाथ पकड़ने के लिए पुलिस ने योजना बनाई। योजनाबद्ध तरीके से एक डिकोय तैयार की और उसका सम्पर्क टाउट गुलाब से कराया। मध्यस्ता के बाद भ्रूण लिंग जांच का सौदा 20 हजार रुपए में तय हुआ। आरोपी गुलाब ने डिकोय को नया गांव चौक पर बुलाया। इसके बाद वह उसे झज्जर रोड पर सैय्यद के निकट स्थित एक क्लीनिक पर ले गया। अभी तक सामने आया है कि, आरोपी गुलाब ने क्लीनिक में जाकर डाक्टर से कहा कि उसकी परिचित पेशेंट बाहर गाड़ी में है। वह अंदर नहीं आ सकती। उसका लेवल-2 का अल्ट्रासाउंड होना है। जैसे-तैसे उसने डॉक्टर से पर्ची बनवा ली और फिर उसे रोहतक-दिल्ली रोड स्थित डा. प्रिया सोलंकी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर लेकर पहुंचा। वहां सामान्य पेशेंट की तरह पर्ची कटी और इसके बाद लेवल-2 की जांच हुई। बताते हैं कि रिपोर्ट मिलने से पहले ही आरोपी ने बाहर आकर डिकोय व उसके साथ आए शख्स से कहा कि बधाई हो, लडक़ा है। दूसरी तरफ विभाग की टीम तैयार थी। इशारा पाते ही टाउट यानी गुलाब सिंह को काबू कर लिया गया। इसके बाद टीम ने सैंटर में जांच शुरू की। तमाम रिकार्ड खंगाला गया। इस दौरान कुछ दस्तावेज मेंटेन न होने संबंधित खामियां पाए जाने की भी बात सामने आई है। टीम ने आरोपी से रुपए की रिकवरी भी कर ली। इस केस में अल्ट्रासाउंड के लिए पर्ची काटने वाले चिकित्सक और अल्ट्रासाउंड सेंटर की संलिप्ता है या नहीं, ये अभी जांच का विषय है। इतना जरूर है कि फिलहाल विभाग ने क्लीन चिट किसी को भी नहीं दी है।
इस कार्रवाई करने वाली टीम में गुरुग्राम से पीएनडीटी नोडल आफिसर डा. जयप्रकाश, एमओ डा. हरीश, क्राइम ब्रांच से ए.एस.आई. परमवीर, कांस्टेबल विकास और झज्जर के पीएनडीटी. नोडल आफिसर डा. शैलेंद्र डोगरा, डा. रवि दलाल आदि शामिल थे। मौके पर सिटी थाना प्रभारी विनोद कुमार भी जांच करने पहुंचे।