शिमला-कालका रेल में सजी साहित्य की महफिल
शिमला, 8 जुलाई (निस)
विश्व धरोहर शिमला-कालका रेल लाइन पर चलती ट्रेन में आज उस समय साहित्य का अनूठा संगम देखने को मिला जब देश के लेखकों व कवियों की टोली कविताओं का मंचन करते हुए सफर पर निकली। पिछले पांच वर्षों में लगातार हिमालय साहित्य संस्कृति व पर्यावरण मंच हेरिटेज ट्रैक पर बाबा भलकू की स्मृति में इस तरह के सफर का आयोजन करते आ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री कर्नल डा. धनीराम शांडिल ने इस मौके पर कवियों को सम्मानित करते हुए उनके साथ रेल में सफर भी किया। उन्होंने इस मौके पर कहा कि शिमला-कालका रेल का इतिहास बाबा भलकू के साथ जुड़ा है और उनके प्रयासों व सहयोग से ही इस रेल लाइन का कार्य पूरा हो सका। मंच संयोजक एसआर हरनोट ने कहा कि दो दिन तक होने वाले इस आयोजन में पहले दिन कवियों की ये टोली रेल के जरिए शिमला से बड़ोग और दूसरे दिन बस से बाबा भलकू के चायल क्षेत्र में स्थित झाजा गांव का दौरा करेगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान हर स्टेशन पर कविताओं के अलग-अलग सत्र किए जाएंगे। सत्र का पहला दिन आज शिमला रेलवे स्टेशन के नाम रहा।