अनुभव प्रमाण पत्र फर्जी होने की आशंका, आठ सौ परिचालकों की नौकरी पर संकट
चंडीगढ़, 12 जनवरी (ट्रिन्यू)
हरियाणा में कौशल रोजगार निगम के माध्यम से भर्ती हुए आठ सौ परिचालकों की नौकरी पर संकट कायम हो गया है। परिचालकों द्वारा नौकरी हासिल करते समय लगाए गए अनुभव प्रमाण पत्र संदिग्ध लग रहे हैं। अनुभव प्रमाण पत्र अगर पूरी तरह से संदिग्ध पाए जाते हैं तो इन परिचालकों को नौकरी से हटाया जा सकता है।
यह मामला उजागर होने के बाद परिवहन मंत्री अनिल विज ने जांच रिपोर्ट तलब कर ली है। प्रदेश के सभी जिलों में परिवहन महाप्रबंधकों द्वारा प्रमाण पत्रों की जांच शुरू करवा दी गई है। रोडवेज के सूत्रों के मुताबिक इन सभी उम्मीदवारों को भर्ती में प्राथमिकता दी गई, क्योंकि उन्होंने 2018 में 18 दिनों तक रोडवेज कर्मचारियों की हड़ताल के दौरान स्थिति से कुशलतापूर्वक निपटने में राज्य सरकार की मदद की थी।
हड़ताल अवधि के दौरान जनता को सेवाएं सुनिश्चित करने के लिए दैनिक आधार पर परिचालक के रूप में काम किया। इसके लिए उम्मीदवारों को न केवल भुगतान किया गया, बल्कि एक अनुभव प्रमाण पत्र भी जारी किया गया।
उस समय सरकार ने कहा था कि परिचालकों की भर्ती में इन आवेदकों को तवज्जो दी जाएगी। कुछ व्यक्ति उस दौरान बिना ड्यूटी किए ही फर्जी प्रमाण पत्र प्राप्त करने में कामयाब हो गए।
कुछ उम्मीदवारों द्वारा नौकरी पाने के लिए इस्तेमाल किए गए फर्जी प्रमाण पत्रों की शिकायतों के बाद की गई है। मुख्यालय के निर्देशों के बाद कई डिपो के महाप्रबंधकों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए प्रमाण पत्रों की जांच के लिए एक समिति भी गठित कर दी है।