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सरकार के इशारे पर फोड़े किसानों के सिर

01:34 PM Sep 03, 2021 IST

करनाल/घरौंडा, 2 सितंबर (हप्र/निस)

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करनाल में किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में हरियाणा कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा की अगुवाई में पार्टी कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने अपनी मांगों का एक ज्ञापन लघु सचिवालय में एडीसी को सौंपा गया।

इससे पहले कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कुमारी सैलजा ने कहा कि गठबंधन सरकार अपनी जिम्मेदारियों से भाग रही हैं। बसताड़ा टोल प्लाजा पर किसान शांतिपूर्ण ढंग से प्रदर्शन कर रहे थे। सरकार के इशारे पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। किसानों को गंभीर चोटें लगी। कुमारी सैलजा ने कहा कि 25 नवंबर से हरियाणा सरकार किसानों पर लगातार हमले कर रही है। नौ महीनों में अम्बाला, कालका, पीपली, करनाल, जींद, पलवल, रेवाड़ी, रोहतक, हिसार व सिरसा में किसानों पर लाठीचार्ज किये गये। 

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कुमारी सैलजा ने कहा कि भूमि अधिग्रहण कानून में संशोधन करके किसानों को बर्बाद करने की नई नीति बनाई गई है। भाजपा-जजपा सरकार अपने पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के लिए साजिश रच रही है। पहले जमीन अधिग्रहण के लिए 70 प्रतिशत किसानों से सहमति जरूरी थी, लेकिन अब जमीन अधिग्रहण के लिए किसानों से सहमति नहीं ली जाएगी। इससे बड़ा अत्याचार किसानों के साथ और क्या होगा कि उनकी जमीन बिना उनकी सहमति के छीन ली जाएगी। कुमारी सैलजा ने कहा कि परिवार पहचान पत्र से लोगों की निजता का हनन होगा। इस योजना के तहत लोगों का सारा डाटा जैसे आधार नंबर, फोन नंबर, बैंक अकाउंट नंबर निजी कंपनियों के हाथों में होगा, जिसके चोरी होने की पूरी संभावना है। क्या सरकार गारंटी दे सकती है कि परिवार पहचान पत्र के तहत दी गई जानकारी लीक नहीं होगी। राज्यपाल के नाम सौंपे ज्ञापन में कहा गया है कि जब ये विधेयक उनके पास मंजूरी के लिए आए तो वह नामंजूर कर दें। जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए हरियाणा की भाजपा-जजपा सरकार को इन विधेयकों को तुरंत प्रभाव से रद्द करने के आदेश जारी करें।

प्रदर्शनकारियों में राष्ट्रीय सचिव वीरेंद्र राठौर, पूर्व विधानसभा स्पीकर कुलदीप शर्मा, जिला संयोजक त्रिलोचन सिंह, असंध से विधायक शमशेर सिंह गोगी, पूर्व विधायक सुमिता सिंह, पूर्व विधायक बंताराम वाल्मीकि, कांग्रेस सेवादल की प्रदेश अध्यक्ष डा. पूनम चौहान, डा. नवजोत कश्यप, इंद्रजीत गोराया और जोगिंद्र वाल्मीकि मौजूद रहे।

बसताड़ा टोल पहुंची शैलजा,

वहीं, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुमारी बृहस्पतिवार को बसताड़ा टोल पर किसानों के बीच पहुंची और सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बसताड़ा टोल पर किसान लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन आज तक हिंसा नहीं हुई। 28 अगस्त को सरकार ने पहले ही तय कर लिया था कि किसानों के सिर फोड़े जाने हैं और हुआ भी वैसा ही। पुलिस ने सरकार के इशारे पर न सिर्फ किसानों पर लाठियां चलाई बल्कि उनके सिर भी फोड़े। इसके बाद वे रायपुरजाटान गांव में पहुंची और मृतक किसान सुशील काजल के परिवार को सांत्वना दी।

कुमारी सैलजा ने कहा कि काले झंडे दिखाना कोई अपराध नहीं है बल्कि प्रत्येक नागरिक का अधिकार है। जिन अधिकारियों ने किसानों के सिर फोड़ने जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। अधिकारी ने जो कुछ कहा है शासन व प्रशासन द्वारा उसको छुपाने की कोशिश की जा रही है। अधिकारी का केवल तबादला किया गया है। जिससे स्पष्ट है कि इन पूरे प्रकरण के लिए सरकार जिम्मेदार है। सरकार ने तीन कृषि कानून पारित किए, जिसकी वजह से यह स्थिति पैदा हुई है। किसानों का आंदोलन कांग्रेस का आंदोलन है। इस मौके पर विरेंद्र राठौर, असंध विधायक शमशेर गोगी, नरेंद्र सांगवान मौजूद रहे।

फतेहाबाद (एस) : किसानों पर लाठीचार्ज के विरोध में कांग्रेस ने लघु सचिवालय के बाहर धरना दिया और डीसी महावीर कौशिक को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। धरने में मुख्य रूप से पूर्व कृषि मंत्री परमवीर सिंह, पूर्व सीपीएस प्रहलाद सिंह, पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया, महिला कांग्रेस की जिला प्रधान कृष्णा पुनिया, कांग्रेस के जिला संयोजक अरविन्द शर्मा ने भाग लिया। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि हरियाणा की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार अपने तानाशाही रवैये के चलते लगातार जनविरोधी निर्णय ले रही है। यह सरकार विपक्षी दलों, किसानों, मजदूरों और आम जनता की आवाज दबाने के लिए हर प्रकार के हथकंडे अपना रही है।

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