सरकारी खरीद शुरू न होने से किसान परेशान
रमेश सरोए/हप्र
करनाल, 25 सितंबर
मुख्यमंत्री मनोहर लाल की घोषणा के बावजूद एशिया की सबसे बड़ी अनाजमंडी में धान की सरकारी खरीद शुरू नहीं हो पाई, जिससे किसान परेश्ाान हैं। इससे मंडी व खरीद एजेंसियों के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लग गया है। मंडी में पहले दिन 15 हजार क्विंटल धान की आवक होने के बावजूद एक भी दाना नहीं बिक पाया। किसान खरीद एजेंसियों के अधिकारियों का इंतजार करते रहे।
किसान बहादुर सिंह काछवा, जगजीत सिंह, सुरजीत सिंह ने बताया कि धान बिक नहीं रहा, किससे फरियाद करें ओर किस से न करें। कोई सुनने वाला ही नहीं। मंडी सचिव भगवान दास मोदगिल ने बताया कि दोपहर 2 बजे तक पोर्टल में खराबी थी, जिसकी वजह से गेट पास कटने में परेशानी हुई। सोमवार को मंडी में 25 सौ क्विंटल धान की आवक हुई। धान की सरकारी खरीद मंगलवार से शुरू होगी। हरियाणा स्टेट अनाजमंडी आढ़ती एसोसिएशन के चेयरमैन रजनीश चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी मंडी में धान की खरीद नहीं हुई। अधिकारी सर्वें करने नहीं आए। पोर्टल 2 बजे तक बंद रहा, उसके बाद गेट पास मिले, लेकिन धान नहीं बिक पाया। उन्होंने कहा कि पहले ही दिन मंडी में 15 हजार क्विंटल धान आया हुआ है। किसान निराशा में बैठे हैं। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने बताया कि सीएम मनोहर लाल की सराहनीय घोषणा के बावजूद करनाल मंडी में पीआर धान नहीं बिक पाया, ये तो हैरानी की बात हैं। अधिकारी अपनी कार्य प्रणाली को ठीक करें अन्यथा भाकियू अपने पदाधिकारियों को मंडियों में उतार देगी।
मंडी में खरीद की जांच का पत्र वायरल
सोमवार को नई अनाजमंडी में एक पत्र मुख्यमंत्री के नाम वायरल हुआ। जिसमें एक जुलाई से लेकर 15 सितम्बर तक धान खरीद के गेट पास, रजिस्ट्ररों की जांच सीआईए स्टाफ से करवाने की मांग की गई है । पत्र में खरीद को लेकर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं और डीसी, एसपी व गृहमंत्री अनिल विज से भी जांच की मांग की हैं।
फतेहाबाद (हप्र) : कांग्रेस कमेटी के जिला कोऑर्डिनेटर अरविन्द शर्मा ने धान की खरीद शुरू न होने पर रोष जताया और कहा कि गठबंधन सरकार में किसान बर्बाद हो रहा है। सरकार को जल्द पीआर धान की खरीद शुरू करनी चाहिए।
‘किसानों की मदद करें अधिकारी’
पिहोवा (निस) : उपमंडल अधिकारी नागरिक सोनूराम ने कहा कि धान की खरीद शुरू हो चुकी है। सभी अधिकारी अनाज मंडी में फसल बेचने आए किसानों की सहायता करें तथा यदि किसी भी किसान को कोई दिक्कत आती है तो उसका तुरंत समाधान करें। कृषि विभाग एवं मार्किट कमेटी के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे अनाज मंडी की सफाई तथा किसानों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध करवाने का विशेष ध्यान रखें। फूड सप्लाई व हैफेड के अधिकारियों को समय पर धान के उठान के निर्देश दिये।