For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

किसानों ने निकाला ट्रैक्टर मार्च, लघु सचिवालय नूंह में सौंपा ज्ञापन

09:59 AM Jul 25, 2024 IST
किसानों ने निकाला ट्रैक्टर मार्च  लघु सचिवालय नूंह में सौंपा ज्ञापन
नूंह सचिवालय पर बुधवार को किसान प्रदर्शन करते हुए।-हप्र
Advertisement

गुरुग्राम, 24 जुलाई (हप्र)
आईएमटी रोजकामेव के लिए जिन 9 गांवों के किसानों की जमीन का करीब एक दशक पहले अधिग्रहण किया गया था, उन गांव के किसानों ने बुधवार को विशाल ट्रैक्टर मार्च निकाला। ट्रैक्टर मार्च के दौरान पुलिस सुरक्षा पूरी तरह से चाक चौबंद रही। इस दौरान लघु सचिवालय नूंह को छावनी में तबदील कर दिया गया। ट्रैक्टरों पर सवार होकर किसान धिरधोका गांव से करीब 20 किलोमीटर दूर लघु सचिवालय नूंह पहुंचे और अपनी मांगों का ज्ञापन एसडीएम नूंह विशाल कुमार को सौंपा। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि अगर किसानों की समस्याओं का तत्काल समाधान नहीं किया गया तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि रेवासन, कंवरसिका, धिरधोका, खेड़ी कंकर, महरौला इत्यादि नौ गांव के किसानों की करीब 1600 एकड़ भूमि का अधिग्रहण सरकार द्वारा किया गया था। किसानों का आरोप है कि अधिग्रहण के समय उनसे हलफनामा लिया गया, जिसमें उनका कानूनी अधिकार छीन लिया गया। उन्हें कम मुआवजा दिया गया और प्रदेश के अन्य जिलों में किसानों को अधिक मुआवजा दिया गया। किसानों ने आगामी अगस्त माह में सुनवाई का भरोसा पहले ही दिया हुआ है। पिछले करीब 4 महीने से किसान धिरधोका गांव में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों ने दो टूक कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी, उनका अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष रवि आजाद ने कहा कि मौजूदा सरकार किसानों के साथ इंसाफ नहीं कर रही है। एक तरफ किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में बड़ा आंदोलन कर चुका है, जहां सैकड़ों किसानों की जान चली गई थी। अब पिछले करीब 4 महीने से नूंह जिले के नौगांव के किसान धरने पर बैठे हुए हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन उनकी एक नहीं सुन रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसान अपना हक लेकर रहेंगे। उसके लिए चाहे उन्हें कितना भी लंबा संघर्ष करना पड़े। उन्होंने हिंदू-मुस्लिम भाईचारे को लेकर कहा कि नूंह में सदियों से हिंदू-मुस्लिम भाईचारा रहा है और आगे भी रहेगा।

Advertisement

Advertisement
Advertisement