‘किसान कर्जमुक्त हो, बिजली का निजीकरण रुके’
भिवानी, 11 अप्रैल (हप्र)
स्थापना दिवस पर अखिल भारतीय किसान सभा ने बामला गांव में एक कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता गांव के ही प्रगतिशील किसान धर्म सिंह ने की।
इस अवसर पर सभा के जिला उपप्रधान ओमप्रकाश ने कहा कि अखिल भारतीय किसान सभा किसानों के उत्थान को समर्पित संस्था है। इसकी स्थापना 11 अप्रैल, 1936 को लखनऊ में हुई थी। इसके पहले अध्यक्ष स्वामी सहजानन्द सरस्वती थे तथा महासचिव प्रोफेसर एनजी रंगा थे। किसान सभा के पहले स्थापना दिवस पर पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू, समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण, आचार्य नरेन्द्र देव, राम मनोहर लोहिया, ईएमएस नम्बूदरीपाद, पी सुन्दरैया जैसे महान नेता शामिल थे। उस समय किसान आंदोलन की मांगें थी कि जमींदारी प्रथा का उन्मूलन किया जाये, लगान कम किया जाये और मुजारों की बेदखली रोकना तथा भूमिहीनों को सरप्लस जमीनें दिलवाना तथा मजदूरों का जमींदारों द्वारा शोषण बंद करवाना था।
उन्होंने कहा कि आज देश में किसान आंदोलन की मांग है कि लाभकारी एमएसपी की संवैधानिक गारंटी प्रदान की जाये, किसान-मजदूर कर्जमुक्त हों, बिजली का निजीकरण रोका जाए। इसके अलावा बुढ़ापा पेंशन 10 हजार रुपये प्रति व्यक्ति हो, रोजगार गारंटी हो और मंहगाई पर रोक लगाई जाए। कार्यक्रम में किसान नेता प्रताप सिंह सिंहमार, ओम प्रकाश दलाल, विजय सिंह सोनी, रामकिशन, हवा सिंह, ब्रिजेंद्र ग्रेवाल, महेंद्र, जिले सिंह, सतीश ग्रेवाल, जयवीर, रणबीर, मांगेराम, रघवीर, सूबे सिंह, बलबीर और सुनील ने भाग लिया।