प्रदेश का माहौल खराब करने वालों से किसान रहें सावधान : डॉ. अरविंद शर्मा
रोहतक, 12 दिसंबर (निस)
सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के सबसे बड़े हितैषी है। सरकार द्वारा किसानों की आय को बढ़ाने के लिए अनेक कदम उठाए गए है। उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि वे हर प्रकार के आंदोलन से दूर रहकर प्रदेश के विकास में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि कुछ लोग प्रदेश का माहौल खराब करना चाहते हैं। किसान ऐसे लोगों से सावधान रहें। कैबिनेट मंत्री डॉ. अरविंद शर्मा महम स्थित सहकारी चीनी मिल के 35वें गन्ना पिराई सत्र का विधिवत् शुभारंभ करने के उपरांत लोगों को संबोधित कर रहे थे। इससे पूर्व, उन्होंने महम चीनी मिल परिसर स्थित धर्म कांटे से गन्ने से भरे ट्रैक्टर-ट्रॉली को खुद चलाकर चेन तक लेकर गए। साथ ही हवन यज्ञ में आहूति भी डाली। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा गन्ना किसानों के गन्ने की फसल का एक सप्ताह में भुगतान करवाया जाएगा। उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों की मजदूरों की कमी की समस्या को दूर करने के लिए सरकार द्वारा हर मिल में लगभग 4-4 छोटी क्रेन हार्वेस्टर प्रयोग के तौर पर उपलब्ध करवाई जाएगी। कैबिनेट मंत्री ने कहा कि प्रदेश में हुए किसान आंदोलन से प्रदेश को बहुत नुकसान उठाना पड़ा है। उन्होंने विभिन्न ग्राम पंचायतों द्वारा दिए गए मांग पत्रों व चीनी मिल कर्मचारियों के मांग पत्र के संदर्भ मे आश्वस्त किया कि सभी जायज मांगों पर सरकार द्वारा सहानुभूति पूर्वक विचार किया जाएगा। महम स्थित सहकारी चीनी मिल के 35वें गन्ना पिराई सत्र के शुभारम्भ अवसर पर हरियाणा शुगरफेड के चेयरमैन धर्मबीर सिंह डागर, मिल प्रबंध निदेशक दलबीर फोगाट, भाजपा के जिलाध्यक्ष रणबीर ढाका, पूर्व मेयर मनमोहन गोयल, महंत सतीश दास, प्रदेश मीडिया सहप्रभारी शमशेर खरक, रमेश भाटिया, कॉपरेटिव के चेयरमैन हरिश कौशिक आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
मोदी किसानों की आय बढ़ाने के लिए वचनबद्ध : जांगड़ा
राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कहा कि वर्तमान केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा किसानों के हित के लिए अनेक फैसले लिए गए हैं। केंद्र सरकार द्वारा किसान निधि किसानों को दी जा रही है तथा प्राकृतिक आपदाओं में फसलों को होने वाले नुकसान का पूरा मुआवजा दिया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों की आमदनी में होने वाली कमी को सरकार द्वारा पूरा किया जाएगा।