किसानों ने किया प्रदर्शन, मुआवजा हड़पने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग
फतेहाबाद, 10 जून (हप्र)
जिले के गांव बड़ोपल, चिंदड़ और खारा खेड़ी में वर्ष 2021 और 22 में हुई फसल खराबे का मुआवजा वितरण मामले में मंगलवार को भारतीय किसान यूनियन द्वारा फतेहाबाद लघु सचिवालय के बाहर धरना देकर नारेबाजी की गई। धरने का नेतृत्व भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के युवा प्रदेशाध्यक्ष रवि आजाद ने किया।
किसानों ने आरोप लगाया कि 2021-22 की मुआवजा राशि सरकार द्वारा जारी की गई, लेकिन अधिकारियों और ड्यूटी पर लगे लोगों द्वारा उस राशि का गबन कर लिया गया और अपने निजी खातों में डाल लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक इस मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है। किसान लगातार कार्रवाई की मांग उठा रहे हैं। किसानों ने बताया कि वर्ष 2021-22 में फसल खराब होने पर हरियाणा सरकार द्वारा फतेहाबाद के गांवों को मुआवजा राशि भेजी गई थी। जिले के तीनों गांव में पटवारी, कानूनगो, तहसीलदार व गांव के इंचार्ज को मुआवजा राशि वितरण की ड्यूटी पर लगाया गया था। उन्होंने आरोप लगाया की राशि किसानों को ढंग से वितरित नहीं करते हुए अपने निजी खातों में डलवा दी गई। इस मामले में बड़ोपल गांव के लिए नियुक्त अधिकारी पर एफआईआर दर्ज की गई, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई। गांव चिंदड़ और खारा खेड़ी के मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर कई बार दरखास्त दी गई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसी के रोष स्वरूप आज किसान फिर लघु सचिवालय में इकट्ठे हुए और अपनी मांग को उठाया।