Farmers protest: केंद्र व पंजाब सरकार के खिलाफ हरियाणा में किसानों का विरोध प्रदर्शन
जसमेर मलिक/हमारे प्रतिनिधि, जींद, 28 मार्च
Farmers protest: संयुक्त किसान मोर्चा ने शुक्रवार को जींद में केंद्र की मोदी सरकार और पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। विरोध प्रदर्शन के बाद डीसी के माध्यम से एक ज्ञापन प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री को भेजा गया। इसमें नई राष्ट्रीय कृषि बाजार नीति रद्द करने, एमएसपी पर फसलों की खरीद की गारंटी का कानून बनाने की मांग की गई।
जींद में शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा के कार्यकर्ता जींद के नेहरू पार्क में जमा हुए। नेहरू पार्क से यह लोग केंद्र की मोदी सरकार और पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय परिसर पहुंचे।
लघु सचिवालय परिसर में पहुंचे किसानों को संबोधित करते हुए किसान मोर्चा के बड़े नेता फूल सिंह श्योकंद तथा अन्य ने कहा कि पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार ने केंद्र की मोदी सरकार के साथ मिलकर पंजाब में किसानों के धरने जबरदस्ती उठवा दिए। किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया।
उन्होंने कहा कि केंद्र और पंजाब सरकार को किसानों को कमजोर नहीं समझना चाहिए। किसान कमजोर नहीं हुआ है। वह किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ और मजबूती से आंदोलन करने के लिए तैयार है। नई राष्ट्रीय कृषि बाजार नीति को लेकर फूल सिंह श्योकंद ने कहा कि यह एमएसपी पर फसलों की खरीद बंद करने की एक साजिश है और यह उन काले कृषि कानूनों का ही दूसरा रूप है, जिन्हें किसानों ने अपने ऐतिहासिक आंदोलन से रद्द करवाया था। इस नई नीति में मंडियां बंद हो जाएंगी।
उन्होंने कहा कि मंडी बंद हुई तो किसान की फसल एमएसपी पर नहीं बिक पाएगी। ऐसा किसी भी सूरत में नहीं होने दिया जाएगा। हरियाणा के सीएम को लेकर कहा कि सीएम नायब सैनी से मांग की गई थी कि वह नई राष्ट्रीय कृषि बाजार नीति पर हस्ताक्षर नहीं करें और इसे रद्द करने की सिफारिश केंद्र से करें, मगर सीएम सैनी ने ऐसा नहीं किया। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के रामफल कंडेला, रामराजजी ढुल, बिंद्र नंबरदार, छजू राम कंडेला आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।