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पार्टियों को फिलहाल चुनाव प्रचार रोकने को कहेंगे किसान संगठन

07:18 AM Sep 10, 2021 IST

चंडीगढ़, 9 सितंबर (एजेंसी)

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केंद्र के कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान संगठनों ने शुक्रवार को राजनीतिक दलों की एक बैठक बुलाई है ताकि उन पर पंजाब विधानसभा चुनावों की घोषणा होने तक चुनावी प्रचार न करने का दबाव डाला जा सके। भाजपा को इस बैठक के लिए नहीं बुलाया गया है। पंजाब विधानसभा के चुनाव अगले साल की शुरुआत में होने हैं। जम्हूरी किसान सभा के महासचिव कुलवंत सिंह संधू ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि किसान संगठनों ने शुक्रवार को यहां सभी राजनीतिक दलों की बैठक बुलाई है। उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानूनों का समर्थन करने वाली भाजपा को बैठक में आमंत्रित नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से कहा जाएगा कि वे चुनाव की घोषणा होने तक चुनाव प्रचार में शामिल न हों या राजनीतिक रैलियां न करें क्योंकि इससे चल रहे किसान संघर्ष को नुकसान पहुंच सकता है। अकाली दल ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने बैठक में भाग लेने के लिए बलविंदर सिंह भुंदड़, प्रेम सिंह चंदूमाजरा, महेश इंदर सिंह ग्रेवाल और दलजीत सिंह चीमा को प्रतिनियुक्त किया है। आम आदमी पार्टी के विधायक कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि शुक्रवार को किसान संगठनों द्वारा बुलाई गई बैठक में पार्टी के प्रतिनिधि भाग लेंगे।

सिद्धू ने एमएसपी पर केंद्र को आड़े हाथों लिया

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पंजाब प्रदेश कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने केंद्र की भाजपा नीत राजग सरकार पर गेहूं के एमएसपी में बढ़ोतरी को लेकर निशाना साधा और पूछा कि क्या किसानों की आय उनके खर्च के अनुपात में बढ़ी है? सिद्धू ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के वादे को जुमला करार दिया, जबकि इस बात पर जोर दिया कि केंद्र के पास किसानों की वित्तीय स्थिति के बारे में कोई आंकड़े नहीं थे और उसने बिना इन आंकड़ों के विवादास्पद कृषि कानून बना दिए। केंद्र ने गेहूं का एमएसपी 40 रुपये बढ़ाकर 2,015 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया था। सिद्धू ने ट्वीट किया, “केंद्र सरकार ने 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का वादा किया था लेकिन गन्ने पर एफआरपी 1.75 प्रतिशत (सिर्फ 5 रु), गेहूं पर एमएसपी दो फीसदी (सिर्फ 40 रु) बढ़ा दिया। इस बीच, पिछले एक साल में डीजल में 48 फीसदी, डीएपी (खाद) में 140 प्रतिशत, सरसों के तेल में 174 फीसदी, सूरजमुखी तेल में 170 प्रतिशत और एलपीजी सिलेंडर में 190 रुपये की बढ़ोतरी हुई है।” अपने ट्विटर हैंडल पर अपलोड की गई वीडियो में सिद्धू ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने कहा था कि वह किसानों की आय को दोगुना करना चाहती है।

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