पराली जलाने की लोकेशन पर पहुंची प्रदूषण विभाग की टीम को किसानों ने बनाया ‘बंधक’
रतिया, 10 नवंबर (निस)
शहर के समीप लाली रोड पर किसान द्वारा खेत में पराली को आग लगाने के पश्चात कार्रवाई करने व लोकेशन लेने के लिए रविवार को प्रदूषण विभाग की टीम जब संबंधित खेत में पहुंची तो किसान संगठन के लोगों ने उक्त टीम को ‘बंधक’ बनाकर चारपाई पर बैठा लिया। और किसानों ने उक्त टीम से पराली के समाधान करने की बात कही और कहा कि आप अपने उच्च अधिकारियों को मौके पर बुलाएं और पराली का समाधान करवाएं। इसके पश्चात उक्त टीम द्वारा कृषि विभाग व पुलिस को सूचना दी। तत्पश्चात शहरी थाना अध्यक्ष रणजीत सिंह पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे व मौके पर मौजूद किसानों ने पुलिस टीम के समक्ष भी पराली के समाधान करने की बात रखी। इसके बाद पुलिस टीम ‘बंधक’ बनाए प्रदूषण विभाग की टीम को साथ लेकर वापस आई।
जानकारी के अनुसार शनिवार को लाली रोड पर कुछ किसानों ने अपने खेतों में पराली के अवशेषों को आग लगा दी थी। जब पराली को आग लगाने की लोकेशन व अन्य वीडियो प्रशासन व कृषि विभाग के पास पहुंची तो विभिन्न विभागों की टीमों ने शनिवार व रविवार को उक्त खेतों का निरीक्षण किया तत्पश्चात प्रशासन द्वारा प्रदूषण विभाग को भी उक्त जगह की रिपोर्ट करने के लिए मौके पर भेजा। जिसके पश्चात प्रदूषण विभाग के साइंटिस्ट दीपक कुमार के नेतृत्व में एक टीम रविवार दोपहर बाद उक्त खेत में पहुंची तो वहां भारतीय किसान एकता यूनियन उगारहां के जिला अध्यक्ष निर्भय सिंह के नेतृत्व में अनेक किसान एकत्रित हो गए और उन्होंने उक्त टीम को ‘जबरन’ चारपाई पर बैठा लिया और उनसे पराली के प्रबंध को लेकर काफी देर तक तर्क-वितर्क करते हुए बात की।
वहीं जब इस बारे में प्रदूषण विभाग के साइंटिस्ट दीपक कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि प्रशासन के अधिकारियों के निर्देशों पर उनके नेतृत्व में एक टीम रविवार को लाली रोड पर पराली जलाने वाले खेत में गए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि वहां किसानों द्वारा जबरन उन्हें एक घंटे तक बंधक बना लिया गया। तत्पश्चात पुलिस टीम मौके पर पहुंची व उन्हेंें वापस लेकर आयी।
जब इस बारे में शहर थाना अध्यक्ष रणजीत सिंह से बात की उन्होंने बताया कि मौके पर कुछ किसान प्रदूषण विभाग के अधिकारियों के साथ पराली की व्यवस्था करने को लेकर तर्क-वितर्क कर रहे थे। हम अधिकारियों को अपने साथ वापस लेकर रतिया पहुंचे। उन्होंने बताया कि उक्त मामले में कृषि विभाग की जो शिकायत मिलेगी उसके आधार पर उक्त किसानों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।