किसानों ने कंपनी द्वारा खोदे गड्ढों में भरी मिट्टी, पुलिस के साथ खींचतान
सोनीपत, 31 मार्च (हप्र)
गांव नाहरा में पावर ग्रिड के लिए बिछाई जा रही लाइन को लेकर किसानों व पुलिस प्रशासन के बीच फिर से तनातनी हो गई है। किसानों ने लाइन के काम को रोकते हुए खोदे गए गड्ढों में बुलडोजर से फिर मिट्टी भर दी। इस दौरान पुलिस के साथ किसानों की जमकर बहस भी हुई। किसानों के साथ गांव की महिलाओं ने भी मोर्चा खोले रखा। किसानों ने घेरा बनाकर पुलिस को रोक दिया। इससे पहले किसानों ने धरनास्थल पर करीब दो घंटे तक महापंचायत कर कई अहम निर्णय भी लिये। किसान नेताओं ने चेताया है कि सुनवाई नहीं होने पर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार भी कर सकते हैं।
गुजरात के कच्छ से शुरू हुई हाई ट्रांसमिशन लाइन के हिस्से में दिल्ली के औचंदी से सोनीपत के गांव माहरा तक लाइन बिछाई जा रही है। इसका गांव नाहरा के किसान विरोध कर रहे हैं। पिछले दिनों किसानों को हिरासत में लेकर कंपनी ने टावर लगाने का काम भी शुरू करा दिया था, लेकिन उसके बाद से किसान धरने पर बैठे हुए हैं और लगातार मार्केट रेट के हिसाब से मुआवजे की मांग कर रहे हैं। यहीं नहीं, इस मामले में कंपनी व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ किसानों की कई दौर की बैठक भी हो चुकी है, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका है। इस बीच अब किसानों ने प्रशासन व कंपनी पर गुमराह करने का आरोप लगाते हुए पावर ग्रिड का काम बंद करवा दिया।
रविवार को नाहरा धरनास्थल पर महापंचायत का आयोजन किया गया। इसमें संयुक्त किसान मोर्चा, भारतीय किसान यूनियन के अलावा दहिया चौबीसा व गांव नाहरा के ग्रामीणों ने भाग लिया। महापंचायत में फैसला लिया गया कि मुआवजा मिलने तक काम नहीं होने दिया जाएगा। साथ ही किसानों ने टावर लगाने के लिए अब तक खोदे गए गड्ढ़ों को बुलडोजर की मदद से भरना शुरू कर दिया। गांव की महिलाएं भी खेतों में पहुंच गई। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस व प्रशासन की टीम ने किसानों को रोकना चाहा तो किसानों किसानों व महिलाओं ने घेरा बनाकर गड्ढ़ों में मिट्टी भरने का काम जारी रखा।
किसानों-प्रशासन के बीच नहीं बनी सहमति
प्रशासन की तरफ से पहुंचे नायब तहसीलदार राहुल व पावर ग्रिड कंपनी के अधिकारी एसके अरोड़ा व कुंडली थाना प्रभारी देवेंद्र के साथ गांव नाहरा के सरपंच एवं दहिया चौबीसी के प्रधान अधिवक्ता उमेश दहिया, राकेश दहिया, दिल्ली के गांव औचंदी से सत्येंद्र लोहचब व हलालपुर के जयभगवान के बीच बातचीत भी हुई। किसानों ने कहा कि वह 5 अप्रैल से पहले उनकी उपायुक्त से बैठक करा दें और मुआवजा पहले दिया जाये। हालांकि इस पर सहमति नहीं बन सकी। जिस पर टीम बैरंग लौट गई। किसानों ने कहा कि मांग पूरी नहीं होने तक वह डटे रहेंगे।
लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी
नाहरा में किसान नेता रवि आजाद, वीरेंद्र पहल, आजाद सिंह ने कहा कि किसान अपने हक की लड़ाई लड़ रहे हैं। ऐसे में मार्केट रेट पर मुआवजा मिलने तक किसी भी सूरत में पावर ग्रिड का काम शुरू नहीं होने देंगे। यही नहीं, उन्होंने कहा कि सुनवाई नहीं होने पर लोकसभा चुनाव का बहिष्कार किया जाएगा।