मुआवजे की मांग को लेकर हाईटेंशन लाइन के टॉवर पर चढ़े किसान
चरखी दादरी, 6 जुलाई (निस)
किसानों के खेतों में लगाए गए हाईटेंशन बिजली लाइन के टॉवरों का मुआवजा नहीं मिलने से खफा किसान बिजली टावर पर चढ़ गए और सरकार के खिलाफ रोष जताया। इस दौरान किसानों ने कंपनी पर सरकार से मिलीभगत कर किसानों का हक मारने का भी आरोप लगाया। साथ ही निर्णय लिया कि अगर एक सप्ताह में उनकी मांगों काे पूरा नहीं किया गया तो पंचायत खापों संग बड़ा फैसला लेंगे। किसानों के प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल हुईं और परिवार सहित आर-पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया।
बता दें कि सरकार के निर्देशों पर निजी कंपनी द्वारा भिवानी से मुम्बई तक हाईटेंशन बिजली लाइनों के लिए खेतों में बिजली टावर लगाए गए हैं। कंपनी द्वारा खेतों में लगाए टावरों की एवज में अनेक किसानों को जहां मुआवजा राशि तक नहीं दी तो कुछ किसानों को नाममात्र मुआवजा दिया गया है। ऐसे में किसानों द्वारा गांव रामबास में किसान नेता विरेंद्र बडराई की अगुवाई में धरना शुरू करते हुए रोष प्रदर्शन किया। धरने पर पंचायत खापों के अलावा सामाजिक संगठनों ने भी समर्थन में पहुंचकर किसानों की मांगों को जायज बताया।
सामाजिक संगठन पदाधिकारी व पूर्व चेयरमैन प्रीतम बलाली और किसान नेता विरेंद्र बडराई ने संयुक्त रूप से कहा कि किसानों के खेतों में बिजली टावर लगाने के बाद मुआवजा नहीं मिला है। उन्होंने सरकार को चेतावनी दी कि सात दिन में समाधान नहीं होने पर खापों संग बड़ा फैसला लेंगे। इस अवसर पर बीडीसी गुणपाल दगड़ौली, धर्मेंद्र रामबास, नरेश गोपालवास, देवेन्द्र शर्मा, राजकुमार, नवीन रामबास, मायावती, सुनहरी आदि मौजूद थे।