किसान खरीफ प्याज लगाकर कमायें अधिक मुनाफा
करनाल, 5 जून (हप्र)
प्याज दैनिक आहार का मुख्य घटक है। प्याज में पाये जाने वाली औषधीय गुणों के कारण इसकी मांग बाजार में निरन्तर बढ़ती जा रही है।
आज किसान भी अन्य फसलों की अपेक्षा व्यापारिक स्तर पर प्याज की खेती करके अधिक लाभ कमा रहे है। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान, सलारू, करनाल के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. बीके दूबे ने बताया कि वर्तमान में प्याज के दाम बढ़ते जा रहे हैं, इसका मुख्य कारण रबी का औसत उत्पादन।
अप्रैल-मई माह में प्याज परिपक्व होने एवं उखाड़ते समय बेमौसम बरसात की वजह से रबी प्याज का भंडारण में अधिक नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
इसके कारण आगे सितंबर-अक्तूबर माह तक प्याज के दाम भी बढ़ने का अनुमान है। उस समय जिस किसान भाई ने खरीफ का प्याज लगाया होगा, उसे प्याज में अधिक मुनाफा मिल सकता है।
एक एकड़ में प्याज लगाने के लिए 4 किलो बीज की जरूरत
डॉ. बीके दूबे ने कहा कि जो किसान इस वर्ष खरीफ में प्याज लगा रहे हैं, उन्हें आगे प्याज का उचित मूल्य मिल सकता है। किसान भाई जून के मध्य सप्ताह से जुलाई के अन्तिम सप्ताह तक खरीफ प्याज की नर्सरी तैयार करने के लिए बीज की बीजाई कर सकते हैं। एक एकड़ प्याज लगाने के लिये 4 किलो प्याज बीज की आवश्यकता होती है। बीज बुआई के लगभग 50-55 दिनों के बाद पौध तैयार करके इसकी रोपाई कर सकते हैं।
राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र पर उत्तम प्रजातियों का बीज उपलब्ध
उन्होंने कहा कि एक एकड़ क्षेत्र में गंठियों के द्वारा प्याज लगाने के लिए लगभग 4-5 किलो प्याज के बीज की आवश्कता होती है। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान सलारू करनाल के द्वारा विकसित खरीफ प्याज की उत्तम प्रजातियां एग्रीफाउंड डार्क रेड (एडीआर) एवं एल-883 नई किस्म का उच्च कोटि का बीज उपलब्ध है।