किसानों ने प्रशासन को चकमा देकर पंचमुखी चौक पर लगाया जाम
ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 27 मार्च
अनाज मंडी ढांड में बारदाने की मांग को लेकर जिला पार्षद प्रतिनिधि एवं समाजसेवी विकास तंवर के नेतृत्व में बड़ी संख्या में किसानों ने जिला प्रशासन को चकमा देते हुए पंचमुखी चौक ढांड पर ट्रैक्टरों के साथ जाम लगा दिया। जाम के कारण सड़क पर चारों ओर वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई।
जाम लगने से प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। तय निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार किसान कुरुक्षेत्र रोड बाईपास पर स्थित विस्तार अनाज मंडी में समाजसेवी विकास तंवर के आह्वान पर ट्रैक्टरों पर सवार होकर पहुंचे, जहां किसानों ने सरकार की किसान विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रोष जताया और समाजसेवी विकास तंवर का बारदाने की मांग का दोनों हाथ उठाकर जोरदार समर्थन किया।
अनाज मंडी ढांड में विकास तंवर ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार हमें जानबूझ कर परेशान करने में लगी हुई है। हमारी केवल एक ही मांग है कि ढांड मंडी में बारदाना मुहैया करवाया जाए, जिससे किसान आराम से दुकानों में बैठकर अपना अनाज बेच सकें, लेकिन सरकार न जाने क्यों हमारे साथ इस प्रकार का भद्दा मजाक कर रही है। विकास तंवर ने कहा कि जब प्रदेश का किसान मंडियों में अनाज बेच रहा है तो ढांड एरिया के किसानों को इससे वंचित क्यों किया जा रहा है।
किसानों ने ऐलान किया कि शीघ्र ही अदानी साइलो के गेट की तालाबंदी के लिए ट्रैक्टरों के साथ कूच किया जाएगा। मौके पर पहुंचे एसडीएम ब्रह्मप्रकाश, डीएसपी गुरविंद्र सिंह, डीएसपी ललित कुमार ने किसानों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शनकारी किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों की एक नहीं सुनी।
एसडीएम दिन भर प्रशासनिक उच्चाधिकारियों के साथ मोबाइल पर बात करते रहे, लेकिन कोई हल नहीं निकला। प्रदर्शनकारी किसानों का नेतृत्व कर रहे विकास तंवर ने दो टूक शब्दों में कहा कि आज हमारे 2 ही रास्ते हैं पहला बारदाना और दूसरा जेल। अब आपके हाथ है कि आप हमारे लिए कौन सा रास्ता अपनाना चाहते हैं। तंवर ने कहा कि हम तो केवल खाली बोरी मांग रहे हैं, उसे भर कर वापस सरकार को दे देंगे। फिर हमें खाली बोरी देने में सरकार का क्या जाता है। जिला पार्षद प्रतिनिधि विकास तंवर ने कहा कि एफसीआई के एजीएम ने उन्हें कहा कि बारदाना देने के लिए कल ही पत्र जारी कर दिया जाएगा, लेकिन अगले दिन न जाने किसके इशारे पर उस पत्र को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। किसान ट्रैक्टरों को सड़क पर बंद करके नीचे जमीन पर ही बैठ गए और नारेबाजी करते हुए एक ही बात कह रहे है कि मंडी बंद तो अदानी बंद। समाचार लिखे जाने तक किसान पंचमुखी चौक पर गद्दे बिछा कर धरने पर बैठे हुए थे।
ट्रैक्टरों के चालान करने के लिए रजिस्ट्रेशन नंबर ढूंढ़ती रही पुलिस
अनाज मंडी में जब किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों की बात नहीं मानी तो पुलिस प्रशासन अदानी साइलो के गेट पर तैनात हो गया, लेकिन किसानों ने प्रशासन को चकमा देते हुए पंचमुखी चौक पर डेरा जमा लिया। पुलिस अधिकारी ट्रैक्टरों के चालान करने के लिए उनके रजिस्ट्रेशन नंबर ढूंढ़ते रहे, लेकिन उन्हें एक भी ट्रैक्टर का रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं मिला। पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई की भी किसानों ने कड़े शब्दों में निंदा की।