फरीदाबाद में किसानों ने केजीपी एक्सप्रेस वे पर लगाया जाम
बल्लभगढ़, 19 फरवरी (निस)
दिल्ली-चेन्नई, दिल्ली-वड़ोदरा मुम्बई एक्सप्रेस वे को जेवर एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए बनाए जा रहे ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस वे पर हरियाणा की सीमा में एग्जिट-एंट्री प्वाइंट बनाने की मांग को लेकर पिछले चार महीने से धरने पर बैठे किसानों की समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है। इस कारण किसानों ने सोमवार को केजीपी एक्सप्रेस वे पर जाम लगा दिया। करीब आधे घंटे तक जाम की वजह से वाहनों की लाइन लग गई। मौके पर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे और किसानों की समस्या का समाधान करने का भरोसा दिलाया और कहा कि किसानों की मांग को सरकार तक पहुंचाएंगे, तब किसान सड़क से हटे और साथ ही किसानों ने आगे की रूपरेखा भी तैयार कर ली है। इन सब निर्णयों को लेने के लिए पन्हेड़ा गांव से डीके शर्मा को अध्यक्ष बनाया गया। पंचायत में फैसला लिया गया कि उतार-चढ़ाव कट का लिखित रूप से कुछ नहीं हुआ तो अनिश्चितकाल के लिए तीन मार्च से केजीपी एक्सप्रेस वे पर जाम लगा दिया जाएगा। 24 फरवरी को ट्रैक्टर रैली से विधायक के ऑफिस या घर का घेराव किया जाएगा। 29 को सांसद के ऑफिस व घर का घेराव किया जाएगा। आगामी तीन मार्च को हीरापुर गांव से लेकर मोहना गांव की सीमा का काम बंद कराया जाएगा।
पंचायत में उपकार सिंह, सुरेंद्र वशिष्ठ, सत्यवीर डागर, पूर्व विधायक रघुवीर सिंह तेवतिया, केसर डागर, महेंद्र सिंह चौहान, धर्मचंद, ताराचंद, सोनपाल चौहान, ज्ञान सिंह चौहान, रामराज भाटी, राजेश तेवतिया,बब्लू हुड्डा, हेम डागर, ईश्वर नंबरदार और देवी सिंह लांबा मौजूद रहे।
किसानों की मांग
किसानों की मांग है कि ग्रीन फील्ड एक्स्प्रेस वे पर एग्जिट एंट्री पॉइंट बनाया जाए, ताकि लोगों को आने-जाने में आसानी हो। चार फरवरी को मोहना अनाज मंडी में महापंचायत हुई थी, जिसमें 52 पालों के लोगों ने फैसला लिया था कि 10 दिन बाद यानी 14 फरवरी तक सरकार या प्रशासन की ओर से कोई लिखित आश्वासन नहीं आता है तो आगे की रूपरेखा बनाई जाएगी। उसी के चलते किसानों ने बुधवार को मोहना गांव में ही मीटिंग बुलाई थी। सर्वसम्मति से निर्णय हुआ कि 52 पालों के मौजिज लोग व किसान संगठनों को धरनास्थल पर 19 फरवरी को मीटिंग बुलाएगी। बैठक में किसानों ने केजीपी एक्सप्रेस वे को जाम करने का निर्णय लिया और जाम लगा दिया। इसके बाद सड़क पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। सूचना मिलते ही नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त गौरव अंतिल, एसीपी तिगांव राजेश लोहान और थाना छांयसा पुलिस मौके पर पहुंच गई। करीब आधे घंटे तक जाम से लोग परेशान रहे और आश्वासन के बाद किसान हट गए।