मौसम की बेरुखी से किसान परेशान, लिफ्टिंग के नाम पर नहीं हुई गेहूं की खरीद
जितेंद्र अग्रवाल/हप्र
अम्बाला शहर, 14 अप्रैल
एक ओर ब्लूम बलोच नामक बीमारी ने किसानो की खुशी को ग्रहण लगाने का काम किया तो दूसरी ओर मौसम की बेरुखी ने किसानों को फिर चिंता में डाल दिया है। इसी बीच, मात्र थोड़ी सी आवक को लिफ्ट करने की आड़ में रविवार को मंडियों में खरीद एजेंसियों ने कोई खरीद नहीं की।
क्षेत्र की सबसे बड़ी अम्बाला शहर की अनाज मंडी में सुबह बूंदा-बांदी होते ही आढ़तियों ने तिरपाल डलवाकर गेहूं को ढकवा दिया, लेकिन आसमान में सारा दिन बादल छाए रहने के कारण आढ़ती और किसान आशंकित रहे। परंपरागत रूप से सीजन की शुरुआती दिनों मे रविवार को भी सरकारी एजेंसियां खरीद करती हैं। कुछ किसान गेहूं मंडी में लेकर आए, लेकिन गेहूं सरकारी एजेंसियों ने नहीं खरीदा। जानकारी के अनुसार, खरीद एजेंसियों से सप्ताह में 6 दिन ही फसल खरीदने की नीति बनाई हुई है, जिसमें बुधवार और शुक्रवार को आपूर्ति विभाग तथा शेष 4 दिन हैफेड किसानों की फसल खरीद करेगी। रविवार को लिफ्टिंग तेज करवाने के लिए खरीद नहीं की जाएगी। आढ़ती असीम गोयल मोनू, शेरपाल दानीपुर, राजेंद्र बंसल, संजीव गर्ग ने बताया कि बूंदा-बांदी से कोई नुकसान नहीं हुआ, लेकिन खराब मौसम के चलते चिता बनी हुई है।
पिछले साल से आवक काफी कम : यदि गत वर्ष से तुलना करें तो इस बार जिले की मंडियों में औसतन आवक काफी कम है। पिछले
साल जिले की मंडियों में 13 अप्रैल तक 7.94 लाख क्विंटल
गेहूं की तुलना में इस बार मात्र 3.31 लाख क्विंटल गेहूं पहुंचा। अम्बाला शहर मंडी में 1.87 लाख क्विंटल के मुकाबले मात्र 52 हजार क्विंटल गेहूं पहुंचा। ऐसी ही हालत अम्बाला छावनी, नन्यौला, शहजादपुर, नारायणगढ़, मुलाना और बराड़ा मंडियों की है। इसमें से खरीद ऐजंसियों ने 2.81 लाख क्विंटल गेहूं खरीद की, जबकि शेष करीब 50 हजार क्विंटल गेहूं नहीं बिका। एजेंसियों ने कुल खरीद में से मात्र 2655 क्विंटल गेहूं ही लिफ्ट किया है।
मौसम खराब जरूर है, लेकिन मामूली बूंदा-बांदी से मंडी में आए गेहूं को कोई नुकसान नहीं हुआ है। आज किसी भी एजेंसी द्वारा खरीद नहीं की गई। किसानों को इसकी सूचना पहले ही दे दी गई थी। रविवार को केवल लिफ्टिंग का काम किया गया।
-दलेल सिंह, सचिव मार्केट कमेटी, अम्बाला शहर