केंद्र और पंजाब सरकार की मिलीभगत से मंडियों में किसान परेशान: लखोवाल
समराला, 10 नवंबर (निस)
पंजाब के किसानों के लिए राहत की कोई उम्मीद नहीं दिख रही, क्योंकि केंद्र और राज्य सरकार की मिलीभगत के कारण मंडियों में उन्हें लगातार समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। भारतीय किसान यूनियन (लखोवाल) की मासिक बैठक में इन मुद्दों पर गंभीर चर्चा हुई। बैठक में अध्यक्ष हरिंदर सिंह लखोवाल और अवतार सिंह मेहलों (सरपरस्त) ने संयुक्त बयान में कहा कि पंजाब की मंडियों में किसानों की बढ़ती परेशानियों के लिए केंद्र और पंजाब सरकार की नीतियां जिम्मेदार हैं।
लखोवाल ने कहा कि 1 अक्तूबर से धान की सरकारी खरीद शुरू होने के बावजूद, सरकार ने केवल औपचारिक रूप से खरीदारी की है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार दिल्ली मोर्चे का बदला लेने के लिए धान की खरीद में अवरोध डाल रही है और पंजाब सरकार भी इस प्रक्रिया में सहयोग कर रही है। इसके परिणामस्वरूप किसानों को बारदाने की कमी, नमी की मात्रा का बहाना, और आढ़तियों की हड़ताल जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, जिसके कारण किसान अपनी फसल को सरकारी दरों से 300-500 रुपये कम पर बेचने के लिए मजबूर हो रहे हैं।
लखोवाल ने किसानों से अपील की कि यदि उनकी फसल में कटौती करके खरीदारी की गई हो, तो वे लिखित रूप में शिकायत करें, ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। वहीं, बैठक में महासचिव परमिंदर सिंह पालमाजरा ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि चावल के सैंपल फेल करके किसानों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है, और यह एक साजिश है जिससे किसानों की भूमि कॉर्पोरेट हाथों में चली जाए।