किसान अन्नदाता हैं आतंकी नहीं, बात कर समस्या सुलझाये सरकार
फरीदाबाद, 16 फरवरी (हप्र)
फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के वरिष्ठ कांग्रेस नेता एडवोकेट सुभाष कौशिक ने कहा है कि भारत कृषि प्रधान देश है, फिर भी किसानों को अपनी मांगों को मनवाने के लिए धरना-प्रदर्शन करने पड़ते हैं। केन्द्र व राज्य सरकार चाहे तो किसानों की समस्याओं को एक कलम से निदान कर सकती है। सरकार की लापरवाही से किसानों से बार-बार टकराव की स्थिति पैदा हो रही है।
सुभाष कौशिक शुक्रवार को सेक्टर-21 स्थित कार्यालय पर पत्रकारों को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर सुभाष कौशिक ने कहा कि अम्बाला स्थित शंभू बार्डर, सोनीपत स्थित सिन्धु बार्डर, उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बार्डर, बहादुरगढ़ के टिकरी बार्डर पर कई लेयर की सुरक्षा दीवार बनाई गई है। किसान आतंकवादी नहीं बल्कि देश का अन्नदाता है। अगर टकराव बढ़ा तो 2020-22 की तरह फरीदाबाद और एनसीआर में कारखाने भी बंद हो जाएंगे। व्यापारियों को भारी नुकसान हो जाएगा। परिवहन व्यवस्था चरमरा जाएगी। रेलवे सेवाएं प्रभावित हो जाएंगी। अभी से ही जनता को आवागमन में भारी असुविधा होने
लगी है।
उन्होंने केन्द्र सरकार से अपील की है कि किसानों से आंसू गैस के गोलों से नहीं कई दौर की वार्ता कर उनकी समस्याओं का शीघ्र समाधान करना चाहिए। सुभाष कौशिक ने कहा कि खट्टर सरकार में भ्रष्टाचार का बोलबाला है।