नहरी पानी की कमी के विरोध में फूटा किसानों का गुस्सा
भिवानी, 19 दिसंबर (हप्र)
नहरों में पानी की कमी व किसानों के प्रति प्रशासन के कथित लापरवाह रवैये के खिलाफ बृहस्पतिवार को किसानों का गुस्सा फूटा। निनाण, पालुवास, कालुवास, नाथुवास, कोंट, उमरावट पांच गांवों के किसानों ने गांव नाथुवास में एकत्रित होकर सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान किसानों ने उन्हें समुचित मात्रा में नहरी पानी उपलब्ध करवाने की मांग की।
किसान सुनील, हरिराम, मोनू, संदीप नाथुवास ने बताया कि किसानों को आज तक भी अंतिम टेल तक पानी नहीं मिला है, जिसके चलते किसान दर-दर भटकने को मजबूर हैं।
उन्होंने बताया कि उपरोक्त गांवों में बीते 13 दिसंबर को पानी छोड़ा गया था और एक सप्ताह पानी नहीं आया। जिसके बाद अब बृहस्पतिवार को ही पानी छोड़ा गया है, वह भी इसीलिए कि अधिकारियों को इसकी रिपोर्ट भेजनी थी। उन्होंने कहा कि ये हालात आज पहली बार नहीं बने हैं। हमेशा से जान-बूझकर नहरों में कई-कई दिनों बाद पानी छोड़ा जाता है तथा नहरी पानी के अभाव में उनकी फसलें सूखकर बर्बाद हो रही है, जिसके चलते उनके समक्ष आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। किसान सुनील, हरिराम, मोनू, संदीप नाथुवास भिवानी जिला में नहरी पानी की कमी के हालात तब है, जब प्रदेश की सिंचाई मंत्री उनके जिले की है। लेकिन सिंचाई मंत्री भी किसानों की इस समस्या से मुंह फेरे बैठी है।
उन्होंने कहा कि जब वे नहरों में पर्याप्त पानी छोड़े जाने की मांग को लेकर अधिकारियों से मिलते है तो अधिकारी उनकी समस्या का समाधान करने की बजाए सिर्फ आश्वासन देते है, लेकिन जमीनी हकीकत पर किसानों की नहरी पानी की समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया जा रहा।
उन्होंने कहा कि वे इस समस्या के समाधान की मांग को लेकर विधायक से भी मिले थे, लेकिन उनके द्वारा दिए गए आश्वासन पर भी अभी तक अमल नहीं किया गया। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी नहरी पानी की समस्या का स्थायी समाधान नहीं किया गया तो किसान मजबूरन बड़ा आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। इस अवसर पर शमशेर सिंह नाथुवास, पालुवास सरपंच रणबीर फौजी, कालुवास सरपंच आशीष, निनाण सरपंच मांगेराम, सतबीर, सोनू, परमा, प्रकाशी, गोपी, शोकी सहित अनेक किसान मौजूद रहे।