मुख्य समाचारदेशविदेशखेलपेरिस ओलंपिकबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाबहरियाणाआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकी रायफीचर
Advertisement

किसान और मजदूर संगठनों ने किया विरोध प्रदर्शन

10:15 AM Nov 27, 2024 IST
जींद में मंगलवार को डीसी कार्यालय पर प्रदर्शन करते किसान और मजदूर। -हप्र

जींद, 26 नवंबर (हप्र)
बिजली बिल अधिनियम 2020 को रद्द करने, किसान आंदोलन के दौरान किए गए वादे पूरे करने, बिजली के स्मार्ट मीटर की योजना रद्द करने, बिजली के निजीकरण पर रोक लगाने जैसी कई मांगों को लेकर मंगलवार को जींद में किसान और मजदूर संगठनों से जुड़े लोग सड़कों पर उतरे। इन लोगों ने विरोध प्रदर्शन के बाद मांगों का ज्ञापन नगराधीश को सौंपा। मंगलवार को बड़ी संख्या में किसान और मजदूर गोहाना रोड पर जमा हुए और विरोध सभा की। सभा में किसान सभा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष फूल सिंह श्योकंद, किसान नेता आजाद पालवां, सिक्किम श्योकंद, कॉमरेड रमेश, रोहतास आदि ने कहा कि ऐतिहासिक किसान आंदोलन के समय केंद्र सरकार में एमएसपी पर किसानों की फसल की खरीद की गारंटी का कानून बनाने, बिजली बिल 2020 रद्द करने समेत अनेक वादे किए थे। आज तक केंद्र सरकार ने इनमें से अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया है। केंद्र सरकार पूरी तरह किसान और मजदूर विरोधी है। उसकी सारी नीतियां किसान और मजदूर का शोषण करने तथा चंद पूंजीपतियों को और ज्यादा धनवान बनाने वाली हैं। किसान और मजदूर नेताओं ने मांग की कि एमएसपी पर किसानों की फसलों की खरीद की गारंटी का कानून बनाया जाए। संसद के मौजूदा शीतकालीन सत्र में यह बिल पेश किया जाए और इसे कानून बनाया जाए। इसके अलावा हरियाणा में प्रीपेड और स्मार्ट बिजली मीटर ल लगाने की योजना को रद्द किया जाए। कॉमरेड रमेश ने लेबर कोड को रद्द करने की मांग उठाई, तो दूसरे किसान नेताओं ने कहा कि आज हरियाणा में डीएपी खाद के लिए किसान बेहद परेशान हैं। हरियाणा सरकार विधानसभा में झूठ बोल रही है कि डीएपी की कोई कमी नहीं है, जबकि डीएपी खाद पुलिस थानों में बंट रहा है। कॉमरेड फूल सिंह श्योकंद ने कहा कि केंद्र और हरियाणा की भाजपा सरकार ने यह ठान लिया है कि किसान और मजदूर का हर तरीके से शोषण किया जाए।

Advertisement

डीसी कार्यालय के बाहर नारेबाजी के बाद सौंपा ज्ञापन

प्रदर्शनकारी किसान और मजदूरों ने गोहाना रोड पर विरोध सभा के बाद लघु सचिवालय परिसर में डीसी कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की। यहां केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी के बाद नगराधीश आशीष देशवाल को मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। इस दौरान भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।

मांगों को लेकर राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन

झज्जर (हप्र) :

Advertisement

झज्जर लघु सचिवालय में संयुक्त किसान मोर्चा व राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया। सांझा मंच के आह्वान पर मंगलवार को मंच से जुड़े सैकड़ो कार्यकर्ताओं तथा समर्थकों ने बीजेपी सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने लघु सचिवालय तक जलूस निकाला और अपनी मांगों का ज्ञापन जिला प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को प्रेषित किया।
लघु सचिवालय में धरने की अध्यक्षता सूबेदार मेजर चरणसिंह ने की तथा मंच संचालन आशा वर्कर यूनियन किरण कुमारी ने किया। ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन के प्रदेश सचिव जयकरण मांडौठी ने कहा कि आज देश के किसानों, मजदूरों तथा अन्य मेहनतकशों की आर्थिक हालात बेहद दयनीय है। इस अवसर पर ओमबीर सिंह, सतपाल सभ्रवाल, संसार, हरीश, उद्दे प्रधान गुढ़ा, जतिन, रणसिंह, आनंद मिस्त्री, जगदीश उपस्थित रहे।

भिवानी में धरना

भिवानी में उपायुक्त कार्यालय के बाहर मांगों को लेकर धरना देते संयुक्त किसान मोर्चा व केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों के साझा मंच के सदस्य। -हप्र

भिवानी (हप्र) :

संयुक्त किसान मोर्चा व केन्द्रीय ट्रेड यूनियनों के साझा मंच ने किसान आन्दोलन की चौथी साल गिरह पर स्वीकृत की गई मांगों को लागू करवाने के लिए जिला उपायुक्त कार्यालय भिवानी कार्यालय के सामने विशाल धरना दिया तथा किसान मजदूर की मांगों के लिए जिला उपायुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। जिला उपायुक्त की तरफ से ज्ञापन उपमण्डल अधिकारी नागरिक महेश कुमार को दिया। धरने की अध्यक्षता विभिन्न किसान मजदूर नेताओं रामफल देशवाल, कमल सिंह प्रधान, राजसिंह धनाना, राकेश आर्य, रोहताश सैनी, रवि आजाद, मेवासिंह आर्य, कामरेड धर्मबीर, भीम सिंह, कामरेड फूल सिंह इन्दौरा व सन्तोष देशवाल ने की। मंच संचालन संयुक्त किसान मोर्चा नेता मास्टर जगरोशन ने किया । धरने को संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेता व अखिल भारतीय किसान सभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष कामरेड कृष्ण प्रसाद ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कारपोरेट जगत किसान मजदूर व मेहनतकश का शोषण करके अपनी पूंजी बढ़ाना चाहते हैं और मोदी की डबल इन्जन सरकारें इस काम में इनकी मदद करती हैं। इसलिए यह लड़ाई कृषि संकट, बेरोजगारी, मंहगाई व जन विरोधी नीतियों को बदलने की लड़ाई है और भविष्य में संघर्ष तेज होगा। धरने को किसान नेता कामरेड ओमप्रकाश, रवि आजाद, कमल सिंह प्रधान, मास्टर शेरसिंह, मास्टर बस्तीराम, महिला नेत्री बिमला घनघस, कामरेड अनिल कुमार सादि ने भी संबोधित किया।

सड़कों पर उतरे किसान

चरखी दादरी में मंगलवार को प्रदर्शन करते किसान, ट्रेड यूनियनों के पदाधिकारी।-हप्र

चरखी दादरी (हप्र) :

संयुक्त किसान मोर्चा व ट्रेड यूनियनों के आहवान पर जिला चरखी दादरी अखिल भारतीय किसान सभा व सीआईटीयू ने संयुक्त रूप से मांगों को लेकर सड़कों पर उतरकर रोष प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद उपायुक्त कार्यालय पहुंचकर सीटीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। साथ ही मांगे पूरी नहीं होने पर अांदोलन की चेतावनी भी दी है। इस दौरान किसान सभा जिलाध्यक्ष रणधीर कूंगड़, सीआईटीयू प्रधान कमलेश भैरवी, सुरेंद्र मोठसरा, ओम नंबरदार, फतेह सिंह चिडिया, ईश्वर दांतौली, राजकुमार धिकाडा, जयबीर सिंह, सुरेंद्र आदमपुर, अमरजीत पैंतवास कला, बबली इत्यादि उपस्थित रहे।

Advertisement