किसानों, आढ़तियों ने मंडी गेट पर जड़ा ताला
07:00 AM May 02, 2024 IST
चरखी दादरी, 1 मई (हप्र)
बाढड़ा मंडी में सरसों व गेहूं के धीमे उठान से किसान और आढ़ती परेशान हैं। बुधवार को आढ़तियों व किसानों ने मंडी को ताला जड़ दिया और गेट के बाहर धरने पर बैठ गए। कुछ देर बाद ही एसडीएम सुरेश दलाल के स्टाफ की ओर से समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन दिया और 15 मिनट बाद उन्होंने गेट पर जड़ा ताला खोल दिया।
बाढड़ा मंडी आढ़ती एसोसिएशन प्रधान हनुमान शर्मा ने बताया कि आढ़ती एक माह से ट्रांसपोर्टर को गाड़ियों की संख्या बढ़ाने की बात कह रहे हैं, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। इससे उठान धीमा चल रहा है। किसानों का भुगतान अटका हुआ है। उन्होंने बताया कि ठेकेदार के सहायक मुकेश कुमार से जब आढ़ती खुद की गाड़ी लगाकर माल उठान करवाने की बात कहते हैं तो वे मना कर देते हैं। एसडीएम ऑफिस के लिपिक जसवंत ने प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की। लिपिक का आश्वासन सुनकर आढ़तियों और किसानों ने अनाज मंडी का गेट खोल दिया । भाकियू जिला प्रधान हरपाल, कमल सिंह, रामअवतार, योगेश, कृष्ण धनासरी, सुभाष, शेखर बाढड़ा, प्रीतम व मुन्ना मौजूद रहे।
फसल बेचने आए किसान परेशान
अनाजमंडी में फसल बेचने आ रहे किसानों की परेशानियां कम नहीं हो रही हैं। कभी टोकन के लिए तो कभी गेट पास के लिए लाइनों में लगना पड़ता है। रातभर मंडी गेट पर फसल खरीद का इंतजार कर रहे किसानों ने परेशानियां बयां करते हुए अधिकारियों पर कई आरोप लगाये। मंडी में उठान व्यवस्था सही नहीं होने से आढ़तियों के साथ किसानों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने अधिकारियों पर एसी कैमरों में बैठकर खराबमाटी करने का आरोप लगाया। मंडियों में सरसों व गेहूं की सरकारी खरीद शुरू होने के साथ ही किसानों को फसल बेचने के लिए काफी दौड़-धूप करनी पड़ रही हैं। मंडी में फसल लेकर पहुंचे किसान ढिल्लू समसपुर, धर्मबीर व सुखबीर ने कहा कि फसल बेचने के लिए टोकन नहीं दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन एसी म्ह सोवै सै अर किसान सुबह आता है, भूखा मरता, लू म्ह बैठ्या रहवै सै। किसानों ने कहा कि शाम को किसान लाइनों में लग जाते हैं, लेकिन मंडी अधिकारी गेट नहीं खोलते। आढ़ती एसोसिएशन पदाधिकारी विनोद गर्ग ने कहा कि बारिश होने पर अधिकारियों की खामियों से सरकार को करोड़ों की चपत लगेगी।
चेलावास मंडी में 10 हजार क्विंटल सरसों की खरीद
कनीना, 1 मई (निस)
कनीना की नयी आनाज मंडी चेलावास में जारी सरसों की खरीद के बाद अब किसानों की कतार बंद होने के साथ बुधवार को खरीद के अंतिम दिन शाम 4 बजे तक 10 हजार क्विंटल सरसों की खरीद की जा चुकी थी। खरीद एजेंसी स्टेट वेयर हाउस के प्रबंधक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि 5650 रुपये प्रति क्विंटल की दर से अब तक 3 लाख 50 हजार बैग सरसों की खरीद की जा चुकी है। इसमें से दो लाख बैग का उठान किया जा चुका है। एक मई को सरसों खरीद का अंतिम दिन है। इसके बाद सरसों की खरीद बंद होगी। उन्होंने बताया कि गेहूं की खरीद पुरानी मंडी में की जा रही है। गेहूं की खरीद 15 मई तक चलेगी। अब तक 1 लाख 15 हजार बैग गेहूं की खरीद की गई है। खरीदे गए गेहूं को फूड सप्लाई गोदाम महेंद्रगढ़ में रख गया है। सरसों को रोहतक, पानीपत, जींद, इसराना, धारूहेड़ा भेजा जा रहा है। सरसों बेचने आए किसानों ने व्यवस्था को देखकर खरीद एजेंसी तथा मार्केट कमेटी के प्रयासों की सराहना की।
बाढड़ा मंडी में सरसों व गेहूं के धीमे उठान से किसान और आढ़ती परेशान हैं। बुधवार को आढ़तियों व किसानों ने मंडी को ताला जड़ दिया और गेट के बाहर धरने पर बैठ गए। कुछ देर बाद ही एसडीएम सुरेश दलाल के स्टाफ की ओर से समस्या का समाधान करवाने का आश्वासन दिया और 15 मिनट बाद उन्होंने गेट पर जड़ा ताला खोल दिया।
बाढड़ा मंडी आढ़ती एसोसिएशन प्रधान हनुमान शर्मा ने बताया कि आढ़ती एक माह से ट्रांसपोर्टर को गाड़ियों की संख्या बढ़ाने की बात कह रहे हैं, लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। इससे उठान धीमा चल रहा है। किसानों का भुगतान अटका हुआ है। उन्होंने बताया कि ठेकेदार के सहायक मुकेश कुमार से जब आढ़ती खुद की गाड़ी लगाकर माल उठान करवाने की बात कहते हैं तो वे मना कर देते हैं। एसडीएम ऑफिस के लिपिक जसवंत ने प्रतिनिधिमंडल से बातचीत की। लिपिक का आश्वासन सुनकर आढ़तियों और किसानों ने अनाज मंडी का गेट खोल दिया । भाकियू जिला प्रधान हरपाल, कमल सिंह, रामअवतार, योगेश, कृष्ण धनासरी, सुभाष, शेखर बाढड़ा, प्रीतम व मुन्ना मौजूद रहे।
फसल बेचने आए किसान परेशान
अनाजमंडी में फसल बेचने आ रहे किसानों की परेशानियां कम नहीं हो रही हैं। कभी टोकन के लिए तो कभी गेट पास के लिए लाइनों में लगना पड़ता है। रातभर मंडी गेट पर फसल खरीद का इंतजार कर रहे किसानों ने परेशानियां बयां करते हुए अधिकारियों पर कई आरोप लगाये। मंडी में उठान व्यवस्था सही नहीं होने से आढ़तियों के साथ किसानों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों ने अधिकारियों पर एसी कैमरों में बैठकर खराबमाटी करने का आरोप लगाया। मंडियों में सरसों व गेहूं की सरकारी खरीद शुरू होने के साथ ही किसानों को फसल बेचने के लिए काफी दौड़-धूप करनी पड़ रही हैं। मंडी में फसल लेकर पहुंचे किसान ढिल्लू समसपुर, धर्मबीर व सुखबीर ने कहा कि फसल बेचने के लिए टोकन नहीं दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन एसी म्ह सोवै सै अर किसान सुबह आता है, भूखा मरता, लू म्ह बैठ्या रहवै सै। किसानों ने कहा कि शाम को किसान लाइनों में लग जाते हैं, लेकिन मंडी अधिकारी गेट नहीं खोलते। आढ़ती एसोसिएशन पदाधिकारी विनोद गर्ग ने कहा कि बारिश होने पर अधिकारियों की खामियों से सरकार को करोड़ों की चपत लगेगी।
चेलावास मंडी में 10 हजार क्विंटल सरसों की खरीद
कनीना, 1 मई (निस)
कनीना की नयी आनाज मंडी चेलावास में जारी सरसों की खरीद के बाद अब किसानों की कतार बंद होने के साथ बुधवार को खरीद के अंतिम दिन शाम 4 बजे तक 10 हजार क्विंटल सरसों की खरीद की जा चुकी थी। खरीद एजेंसी स्टेट वेयर हाउस के प्रबंधक सुरेंद्र सिंह ने बताया कि 5650 रुपये प्रति क्विंटल की दर से अब तक 3 लाख 50 हजार बैग सरसों की खरीद की जा चुकी है। इसमें से दो लाख बैग का उठान किया जा चुका है। एक मई को सरसों खरीद का अंतिम दिन है। इसके बाद सरसों की खरीद बंद होगी। उन्होंने बताया कि गेहूं की खरीद पुरानी मंडी में की जा रही है। गेहूं की खरीद 15 मई तक चलेगी। अब तक 1 लाख 15 हजार बैग गेहूं की खरीद की गई है। खरीदे गए गेहूं को फूड सप्लाई गोदाम महेंद्रगढ़ में रख गया है। सरसों को रोहतक, पानीपत, जींद, इसराना, धारूहेड़ा भेजा जा रहा है। सरसों बेचने आए किसानों ने व्यवस्था को देखकर खरीद एजेंसी तथा मार्केट कमेटी के प्रयासों की सराहना की।
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