दीक्षांत स्कूल के टेड-एक्स (TEDx) इवेंट के दौरान प्रसिद्ध वक्ताओं ने बच्चो को किया मोटीवेट
ट्रिब्यून न्यूज सर्विस
चंडीगढ़, 27 जुलाई
टेड-एक्स दीक्षांत स्कूल ने पंजाब कला भवन सेक्टर 16, चंडीगढ़ में एक स्वतंत्र रूप से आयोजित टेड इवेंट में विभिन्न क्षेत्रों से नौ विविध और सफल वक्ताओं को एक मंच प्रदान करवाया ।
इन वक्ताओं ने अपने अनुभवों, जीवन की कहानियों और दृष्टिकोणों को उत्सुक दर्शकों के साथ साझा किया। वक्ताओं की प्रभावशाली श्रृंखला ने व्यापक विषयों को कवर किया, जिससे दीक्षांत स्कूलस के छात्रों को काफी फायदा हुआ ।
दीक्षांत स्कूलस के अध्यक्ष मितुल दीक्षित ने इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम की मेज़बानी पर अपनी खुशी व्यक्त की, और कहा: “टेड-एक्स मंच विश्व भर में सबसे अधिक मांग वाले प्लेटफार्मों में से एक है। हमें विभिन्न सामा
जिक क्षेत्रों से प्रतिभाशाली व्यक्तियों की मेज़बानी करके गर्व महसूस हो रहा है। हम इस प्रकार की गतिविधियों के माध्यम से युवाओं को ज्ञान और दृष्टिकोण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो उन्हें समाज में योगदान देने के लिए प्रेरित करते हैं । ऐसे जीवंत इंटरएक्शन छात्रों का मनोबल भी बढ़ाते हैं।”
अभिनेत्री, कहानीकार और लेखक लवलीन मिश्रा, जो भारत के पहले सोप ओपेरा 'हम लोग' में छुटकी के किरदार की वजह से प्रसिद्ध
हैं, ने ‘द शो मस्ट गो ऑन’ शीर्षक से एक भाषण दिया। उन्होंने थिएटर
से अपने अनुभव साझा किए, जो जीवन कौशल सिखाता है और कभी भी आशा न छोड़ने के महत्व को उजागर करता है।
फिल्म निर्माता और राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म 'तुलसीदास जूनियर' के निर्देशक मृदुल तुलसीदास ने ‘सोल: स्क्रिप्ट ऑफ योर लाइफ’ शीर्षक से अपनी स्पीच में दर्शकों को उनके छिपे हुए टैलेंट को पहचानने और उनका उपयोग करके अपने जीवन की स्क्रिप्ट लिखने के लिए प्रेरित किया।
आईआईटी-दिल्ली के इंजीनियर और राजस्थान में रासायनिक निर्माण व्यवसाय के उद्यमी सचिन झा ने ‘व्हाई प्रोफाउंड ट्रुथ्स एवेड अस’ पर एक भाषण दिया।
फोटोग्राफर अमित अशर, जिनका कार्य विज्ञापन,
प्रचार, पब्लिसिटी, संपादकीय, लाइफस्टाइल और फोटो डॉक्यूमेंट्री प्रोजेक्ट्स में शामिल है, ने ‘लिसन विद योर आईज़’ शीर्षक की स्पीच में बताया कि एक सजग दृष्टिकोण से देखने से हमारा खुद से जुड़ाव गहरा हो सकता है और इसे फोटोग्राफी के माध्यम से व्यक्त किया जा सकता है।
क्विडिच इनोवेशन लैब्स के सह-संस्थापक राहत कुलश्रेष्ठ ने भविष्य की नवाचार संभावनाओं और कैसे उद्यमी मीडिया और तकनीक में अगली लहर के विकास को आकार देने में योगदान कर सकते हैं, पर अपने दृष्टिकोण साझा किए।
क्राइस्ट यूनिवर्सिटी के अंग्रेजी और सांस्कृ
तिक अध्ययन विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. साजी वर्गीज ने ‘ग्रासरूट्स इनोवेशन के लिए डिजाइन थिंकिंग’ विषय पर एक भाषण दिया। उन्होंने स्थायी उत्पादों को बनाने में अपनी यात्रा और अनुभव साझा किए।
टेकमी2स्पेस के संस्थापक रौनक सामंतरे ने ‘द स्काई इज़न’ट द लिमिट—इट्स जस्ट द बिगिनिंग’ शीर्षक की स्पीच में बताया कि अंतरिक्ष अन्वेषण केवल चुनिंदा लोगों तक सीमित नहीं है और एक भविष्य की कल्पना की जहां हर कोई अंतरिक्ष-संबंधित गतिविधियों में भाग ले सकता है।
द एनर्जी एंड रिसोर्सेज इंस्टीट्यूट (TERI) के सीनियर डायरेक्टर डॉ. दीपांकर सहारिया ने ‘लोकल लेंस के माध्यम से सतत विकास लक्ष्यों (SDGs) को देखना’ विषय पर बात की, जिसमें स्थानीय शासन के महत्व और संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने में युवाओं की भूमिका को उजागर किया, साथ ही भारत की महत्वपूर्ण प्रगति पर जोर दिया।
दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल के छात्र और एविएशन फोटोग्राफर तपश बनिवाल ने विभिन्न रुचियों के माध्यम से आत्म-खोज की अपनी यात्रा साझा की, और किशोरों द्वारा झेली जाने वाली भावनात्मक उथल-पुथल और अनिश्चितताओं को उजागर किया। उन्होंने विमानों की फोटोग्राफी में शांति और खुशी पाने, विफलताओं को पार करने और अपने जुनून को अपनाने के बारे में बात की।
कार्यक्रम को तीन आकर्षक सत्रों में विभाजित किया गया, जिसमें प्रत्येक प्रतिष्ठित वक्ता ने 18 मिनट का भाषण दिया, जिसने दर्शकों को अलग तरह से सोचने पर मजबूर किया और उन्हें प्रेरित किया।
कार्यक्रम का एक और प्रमुख आकर्षण दीक्षांत स्कूल के परफॉर्मिंग आर्ट्स विभाग के छात्रों द्वारा शानदार प्रदर्शन था। स्कूल बैंड ने प्रसिद्ध पंजाबी कवि, स्वर्गीय डॉ. सुरजीत पातर को एक आकर्षक संगीत प्रदर्शन के माध्यम से श्रद्धांजलि अर्पित की। छात्रों ने ‘राग मल्हार’ पर एक शास्त्रीय नृत्य प्रदर्शन भी प्रस्तुत किया।