देशभर के प्रसिद्ध वैज्ञानिक खोजेंगे किसानों की समस्याओं का समाधान
करनाल, 14 मई (हप्र)
समर फाउंडेशन के बैनर तले मंगलवार को सेक्टर 12 स्थित जाट भवन में किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के तौर पर आईसीएआर के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर जनरल पदमश्री डॉ. एमएल मदान ने विशेष तौर पर शिरकत की जबकि विशिष्ट अतिथि के तौर पर वरिष्ठ वैज्ञानिक डा. गुरबचन सिंह, डा. राज गुप्ता, डा. आरके मलिक, डा. रणधीर सिंह व राइस मिल एसोसिएशन के पूर्व चेयरमैन विजय सेतिया ने शिरकत की। किसान संगोष्ठी में प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से आए प्रगतिशील किसानों व महिला किसानों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। किसान संगोष्ठी में पहुंचने पर महाराणा प्रताप हॉर्टिकल्चर यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चासंलर व समर फाउंडेशन के चेयरमैन प्रो. समर सिंह ने मुख्य अतिथि व विशिष्ट अतिथियों को शॉल व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
डा. एमएल मदान ने कहा कि यह समझाना होगा कि खेती से किसानों को फायदा कैसे होगा, लेकिन किसान इसका कोई हिसाब किताब नहीं रखता। किसान को जब तक समझ में न आ जाए कि खेती में कितना खर्च किया है, उसे फायदा हुआ या नुकसान।
डा. राज गुप्ता ने भूमि कि उर्वरकता बढाने के लिए कार्बन प्रबंधन और बायोमास बढ़ाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया तथा रासायनिक खेती के दुष्प्रभाव पर चर्चा की। डॉ. गुरबचन सिंह ने वातावरण बदलाव के चलते घटते जल स्तर एवं मिटटी के गिरते स्वास्थ को लेकर चिंता व्यक्त की। पदमश्री डॉ. हरिओम ने प्राकृतिक खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहन दिया तथा मिट्टी के स्वास्थ के लिए इसकी आवश्यकता पर बल दिया। समर फाउंडेशन के चेयरमैन प्रो. समर सिंह ने किसानों को आश्वस्त किया कि फाउंडेशन के उद्देश के तहत किसानों में क्षमता विकास तथा उत्कृष्ट तकनीकों के प्रसार के लिए समर फाउंडेशन किसानों के बीच सुविधाओं को गांव गांव तक पहुंचाने का कार्य करेगी। मौके पर डॉ. रितेश शर्मा, डॉ. जागे सिंह, स्वामी सम्पूर्णानन्द व पदमश्री महाबीर गुड्डे ने भी किसानों को सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रणधीर सिंह ने करते हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन किया।