परिजन बोले हत्या, लाडवा रोड किया जाम
शाहाबाद मारकंडा, 4 फरवरी (निस)
रविवार को शाहाबाद रणजीत नगर कालोनी से 31 जनवरी को लापता हुए संजू के परिजनों का गुस्सा उस समय फूट पड़ा जब उन्हें सूचना मिली कि हुड्डा पुलिस चौकी के एएसआई ने उनके बेटे संजू को सड़क हादसे में मृत मानकर और शव को लवारिस बताते हुए उसका अंतिम संस्कार 3 फरवरी को हेल्पर्स संस्था की ओर से करवा दिया है।
परिजनों की ओर से संजू के लापता होने की सूचना 1 फरवरी को शाहाबाद हूडा चौकी में दी गई थी, लेकिन उसके बाद भी सड़क से मिले शव को न तो संजू की फोटो के साथ मैच किया गया और न ही संजू के परिजनों को बुलाकर शव की शिनाख्त करवाने की जहमत उठाई गई। गुस्साये परिजनों ने कहा कि उनके बेटे संजू की हत्या हुई है और इसमें तीन युवक पंकज, मोहित व कठवा निवासी एक अन्य युवक शामिल हैं और आरोपियों को बचाने के लिए हूडा चौकी के एक एएसआई ने आनन-फानन में संजू का अंतिम संस्कार करवाया है।
इसी के रोष स्वरूप संजू की माता शीला देवी, बहन रेणु और चाचा रणजीत सिंह के साथ कालोनी के सैकड़ों लोगों ने पहले हूडा चौकी का घेराव कर लिया और महिलाओं ने एएसआई के कमरे में घुसकर दर्शन सिंह के साथ हाथापाई भी की। बाद में सैकड़ों की संख्या में कालोनीवासी लाडवा रोड पर जा बैठे और सड़क जाम कर दी।
इसी दौरान नगरपालिका प्रधान डा. गुलशन कवात्तरा, भाकियू के प्रेस प्रवक्ता राकेश बैंस भी मौके पर पहुंचे और संजू के परिजनों को न्याय देने की मांग पुलिस से की। इस पर मौके पर पहुंचे डीएसपी रणधीर सिंह ने एएसआई दर्शन सिंह को निलंबित किया और मामले की जांच जिला अपराध शाखा-2 को सौंप दी। परिजनों ने करीब एक घंटे के बाद इस चेतावनी पर जाम खोला कि अगर सोमवार 11 बजे तक इस मामले के आरोपियों को गिरफ्तार न किया गया तो परिजन फिर से जाम कर देंगे।
संजू की माता शीला देवी, बहन रेणु और चाचा रणजीत ने कहा कि उनके बेटे संजू की जान सड़क हादसे में नहीं गई बल्कि उसकी हत्या की गई है और इस हत्या के पीछे पंकज, मोहित व एक अन्य युवक की साजिश हो सकती है।