राज्य की योजनाओं में अनिवार्य होगा परिवार पहचान-पत्र
चंडीगढ़, 24 अगस्त (ट्रिन्यू)
सीएम मनोहर लाल खट्टर के ‘ड्रीम प्रोजेक्ट’ परिवार पहचान पत्र से जुड़ा विधेयक मंगलवार को विधानसभा में हंगामे के बीच पास हो गया। इस विधेयक को लेकए सीएम मनोहर लाल खट्टर और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा में कई बार भिड़ंत भी हुईं। पूर्व मंत्री व तोशाम विधायक किरण चौधरी डॉटा चोरी के आरोपों के साथ सीएम से उलझती नज़र आईं।
लगभग एक घंटा तक इस विधेयक पर पक्ष-विपक्ष के बीच चर्चा और बहस हुई। विपक्ष के सवालों के जवाब पर सीएम ने दो-टूक कहा, केंद्र की योजनाओं के लिए यह अनिवार्य नहीं होगा। हरियाणा की योजनाओं, सर्विस और सबसिडी आदि का लाभ लेने के लिए इसे अनिवार्य किया है। विपक्ष ने इस बिल को वापस लेने की मांग की।
सरकार के विधायकों पर यह सवाल भी दागा गया कि आप लोगों में से कितनों ने परिवार पहचान-पत्र बनवाया है। जवाब में सीएम ने कहा, मैंने तो बनवा लिया है। एक और कदम आगे बढ़ते हुए सीएम ने कहा, पीपीपी से राज्य में एक-एक इंच जमीन का पता लगेगा। यह भी सामने आ जाएगा कि किसने कितना गोलमाल किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य की गरीबों से जुड़ी योजनाओं का लाभ भी प्रभावशाली और दबंग लोग उठा जाते थे। अब ऐसा नहीं होगा। पात्र लोगों को ही योजनाओं के लाभ मिलेंगे। विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कटाक्ष करते हुए कहा, पहचान पत्र का सरकार को यही फायदा है कि वह ‘बिग-ब्रदर’ की तरह सबकुछ वॉच कर सकेगी। पूर्व मंत्री किरण चौधरी व गीता भुक्कल ने कहा, जब आधार कार्ड, पेन कार्ड सहित कई तरह की आईडी हैं तो पीपीपी की जरूरत ही क्यों पड़ी। उन्होंने परिवारों का डॉटा चोरी होने की आशंका भी जताई। डाटा में फोन नंबर, आधार नंबर, बैंक एकाउंट आदि हैं, जिससे लोगों की सीक्रेसी लीक हो सकती है। डॉटा चोरी होने की आशंकाओं पर सीएम ने कहा कि किसी का भी डॉटा चोरी नहीं होगा, इसकी गारंटी सरकार की रहेगी। उन्होंने कहा कि 1 लाख 80 हजार रुपये से कम की आय वाले सभी परिवार बीपीएल श्रेणी में आएंगे।
विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित
मंगलवार को मानसून सत्र के आखिरी दिन विधानसभा की कार्रवाई अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। संसदीय कार्य मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने प्रस्ताव पेश किया। विपक्ष ने इसका विरोध करते हुए सदन की कार्रवाई दो दिन और बढ़ाने की मांग की। इसे नकारते हुए सरकार ने ध्वनिमत से प्रस्ताव पास कर दिया।