उज्ज्वल जलाली/ ट्रिन्यूनयी दिल्ली, 8 जूनधोखाधड़ी के एक चौंकाने वाले मामले में पंजाब के तीन लोगों को नकली हवाई टिकट और जाली वीजा दिए गये। उन्हें दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट तक लाया गया, जबकि उन्हें स्पेन भेजने का झूठा वादा करने वाले मास्टरमाइंड को पंजाब पुलिस ने कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार कर लिया था।अमृतसर के अजनाला इलाके के गांवों के रहने वाले तीन यात्रियों- हरजीत सिंह (44), भगवंत सिंह (25) और गुरचरण सिंह (28) को एयरलाइन कर्मचारियों ने 29 मई को मैड्रिड के लिए उड़ान भरने की कोशिश करते समय रोक लिया। तीनों ने विदेश जाने के लिए लाखों रुपये दिए थे। उन्हें यह नहीं पता था कि कथित मास्टरमाइंड और मैड्रिड में वेटर की नौकरी का वादा करने वाला व्यक्ति सोनू वालिया पहले से ही पंजाब की जेल में बंद है। उनके साथ आए एजेंट कमलदीप सिंह को यह बात पता थी, लेकिन उसने यह बात छिपाई।गिरफ्तार किया गया कमलदीप कथित तौर पर सोनू वालिया के साथ कमीशन के आधार पर काम कर रहा था। वह विदेश जाने के लिए बेताब लोगों की तलाश करता था। उसने तीन लोगों को ढूंढ़ा, उन्हें मैड्रिड के एक होटल में नौकरी दिलाने का वादा किया और उनसे 17 लाख रुपये वसूलने में मदद की।इस घोटाले का खुलासा तब हुआ, जब तीनों युवकों ने एयरपोर्ट पर इंडिगो एयरलाइंस के काउंटर पर अपने टिकट पेश किए। एयरलाइन के सिस्टम में टिकट नहीं मिले, जिससे कर्मचारियों ने एयरपोर्ट अधिकारियों को सतर्क कर दिया। जब स्विस संपर्क अधिकारियों ने उनके वीजा की जांच की, तो पाया कि वह नकली थे।तीनों यात्रियों को हिरासत में लिया गया और बाद में एयरपोर्ट पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान, उन्होंने कमलदीप की संलिप्तता का खुलासा किया, जो तब तक फरार हो चुका था। पुलिस ने कमलदीप को आखिरकार हरियाणा के कुरुक्षेत्र से पकड़ा।दिल्ली पुलिस अब वालिया को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया में है, जो वर्तमान में गुरदासपुर जेल में बंद है। नेटवर्क में शामिल अन्य एजेंटों की पहचान करने के लिए भी जांच की जा रही है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि बैंक खातों की जांच की जा रही है और जाली वीजा के स्रोत का पता लगाने के प्रयास जारी हैं।