मुख्यसमाचारदेशविदेशखेलबिज़नेसचंडीगढ़हिमाचलपंजाब
हरियाणा | गुरुग्रामरोहतककरनाल
रोहतककरनालगुरुग्रामआस्थासाहित्यलाइफस्टाइलसंपादकीयविडियोगैलरीटिप्पणीआपकीरायफीचर
Advertisement

एनओसी के लिए जाली ईमेल, मोबाइल का किया इस्तेमाल

08:38 AM Jun 13, 2024 IST
Advertisement

मोहाली, 12 जून (हप्र)
स्टेट क्राइम पुलिस ने गिरोह के एक व्यक्ति (प्रॉपर्टी डीलर) के खिलाफ मामला दर्ज किया है जो एडवोकेट की मिलीभगत से जाली एग्रीमेंट तैयार कर प्रॉपर्टी को बेचने के लिए वर्ष 2021 में खरीदे गए एस्टाम को वर्ष 2018 में खरीदे दिखाकर लाखों रुपये कमा रहा था। यही नहीं, उसने प्रॉपर्टी की एनओसी हासिल करने के लिए जाली ईमेल व मोबाइल पर ओटीपी हासिल की और नगर निगम से रेगुलर एनओसी हासिल कर ली। उसके खिलाफ रेगुलाइजेशन पॉलिसी के तहत पेश किए गए जाने वाले एस्टाम फर्जी बनाने का आरोप है। इसी के तहत स्टेट क्राइम थाना मोहाली ने प्रॉपर्टी डीलर पर मामला दर्ज किया है। आरोपी की पहचान बठिंडा के गांव बल्ला राम नगर के रहने वाले सुनील कुमार के रूप में हुई है। यह मामला विजिलेंस ब्यूरो के इंस्पेक्टर अमनदीप सिंह के बयान पर दर्ज किया गया है।
विजिलेंस को शिकायत मिली थी कि कुछ प्रॉपर्टी डीलर जाली एस्टाम लगाकर प्रॉपर्टी को खरीद-बेचकर लाखों रुपये कमा रहे हैं। जब दस्तावेजों की जांच हुई तो सुनील कुमार नाम का प्रॉपर्टी डीलर एनओसी को अप्लाई करने के लिए फर्जी एस्टाम लगा रहा था। उसने वर्ष 2021 में खरीदे गए एस्टाम को वर्ष 2018 में दिखाकर एडवोकेट रजिंदर मक्कड़ से नोटरी करवाए और प्रॉपर्टी को आगे बेचकर लाखों रुपये कमा लिए।
जांच दौरान सामने आया कि आरोपी ने बनती सरकारी फीस भरकर एनओसी हासिल की थी। सरकारी फीस भरी होने के कारण सरकार का कोई माली नुकसान नहीं हुआ लेकिन रेगुलाइजेशन पॉलिसी के तहत पेश किए गए एस्टाम फर्जी पाए गए। आरोपी सुनील ने एनओसी की फाइल अप्लाई करते समय कई फाइलों में अन्य व्यक्तियों का मोबाइल नंबर (ओटीपी हासिल करने के लिए), ई-मेल आईडी व फीस संबंधी कागजात किसी अन्य व्यक्ति से भरवाकर नगर निगम बठिंडा से प्रोवीजनल एनओसी हासिल की थी।

Advertisement
Advertisement
Advertisement