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10.80 लाख में बेची बीएएमएस की फर्जी डिग्री, चार पर केस

10:12 AM Apr 23, 2024 IST
10 80 लाख में बेची बीएएमएस की फर्जी डिग्री  चार पर केस
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हिसार, 22 अप्रैल (हप्र)
पीड़ित युवक ने आयुष विभाग व संबंधित विश्वविद्यालय से संपर्क किया तो हुआ खुलासा बीएएमएस (आयुर्वेदिक मेडिसन एवं सर्जनी में स्नातक) की फर्जी डिग्री देकर धोखाधड़ी से दस लाख 80 हजार रुपये ठगने के आरोप में हांसी पुलिस ने पंजाब के एक कैरियर गाइडेंस के स्वामी, एक दंपत्ति सहित 4 के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया है। मामले का खुलासा तब हुआ जब पीड़ित युवक ने आयुष विभाग व संबंधित विश्वविद्यालय से संपर्क किया। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है लेकिन अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
हांसी पुलिस ने बताया कि शहर हांसी थाना पुलिस ने हांसी की नई काठमंडी निवासी राजेश कुमार की शिकायत पर ईश्वर बडाला, केशव धमीजा, ऊषा धमीजा और सुखजिंद्र के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 467, 468, 471, 120बी के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस को दी शिकायत में राजेश ने बताया कि वह विज्ञान संकाय से 12वीं पास है और बीएएमएस (आयुर्वेदिक मेडिसन एवं सर्जनी में स्नातक) करना चाहता था। हांसी के एक अस्पताल के लैब संचालक ने उससे कहा कि वह घर बैठे ही बीएएमएस की डिग्री दिलवा देगा। इसके बाद उसने उसको केशव धमीजा और उसकी पत्नी ऊषा से मिलाया। उन्होंने डिग्री के लिए 10 लाख रुपये मांगे और कहा कि उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित छत्रपति शाहू जी विश्वविद्यालय में दाखिला करवा देंगे। यह भी कहा कि वे हांसी में ही पेपर करवा देंगे लेकिन वहां पर हाजिरी लगवाने की एवज में कुछ अतिरिक्त रुपये अलग से देने होंगे। उन्होंने चार लाख 30 हजार रुपये एडवांस मांगे और फिर समेस्टर के अनुसार ढाई-ढार्ठ लाख रुपये मांगे। वह यह रुपये ईश्वर बडाला को देता रहा और कहा कि उसका दाखिला हो चुका है। जब उसने दाखिला रसीद मांगी तो उन्होंने अपने लेपटॉप पर उपरोक्त यूनिवर्सिटी की साइट पर जाकर उसका ऑनलाइन एडमिशन होना दर्शा दिया। उन्होंने 15 अप्रैल, 2016 को प्रथम सेमेस्टर की डीएमसी की कॉपी लाकर दे दी। इसके बाद दूसरे सेमेस्टर के लिए ढाई लाख रुपये लिए नवंबर, 2017 में दूसरे समेस्टर की डीएमसी भी दे दी।
इसी प्रकार बीएएमएस की डिग्री व इंटर्नशिप भी दे दी। उन्होंने कहा कि प्रेक्टिस करने के लिए वे उड़ीसा में डिग्री का रजिस्ट्रेशन करवा देंगे। बाद उक्त लोगों ने उसकी डिग्री को असली बनाने के लिए उसका हरियाणा आयुष विभाग पंचकूला में भी रजिस्ट्रेशन करवा दिया। जब उसने आयुष विभाग पंचकूला में जाकर रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट के बारे में पता किया तो वह फर्जी निकला। बीएएमएस की डिग्री भी फर्जी मिली। इस प्रकार उक्त लोगों ने मिलीभगत करके उससे 11 लाख, 80 हजार रुपये हड़प लिए। जांच के दौरान पुलिस को इस मामले में पंजाब के जालंधर स्थित जय मां महाकाली कैरियर गाइडेंस के सुखजींद की भी मिलीभगत मिली।

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