साफ-सुथरे कपड़ों में फाग का राग
किरण भास्कर
होली उमंग और तरंग का त्योहार है। होली की मस्ती का आनंद लेने के लिए जरूरी है कि हम अपनी दिन-रात की सजगता को कम से कम इस दिन एक तरफ रख दें। इस दिन अपनाई गयी सजगता हमारी मस्ती और उमंग का मजा फीका कर देती है। आमतौर पर लोग होली में रंग वाले दिन अपने सालों पुराने कपड़े ढूंढ़ते हैं और उन्हें पहनकर होली-फाग खेलते हैं। कई बार तो ये पुराने कपड़े काफी पुराने होने के कारण शरीर पर अटपटे लगते हैं और कुछ लोग इन्हें पहने हुए नमूना लगते हैं। लेकिन ज्यादातर ऐसे लोग कोशिश करते हैं कि उन्हीं कपड़ों में होली खेलें जिससे कि अच्छे कपड़ों का नुकसान न हो।
खुद व दूसरों को भाता है साफ कपड़ों में खेलना
संक्रमण से बचाव
अगर डॉक्टरों की मानें तो इसलिए मजबूत, नये और साफ सुथरे कपड़े हर हाल में पहनने जरूरी हैं। क्योंकि पुराने कपड़ों में बहुत किस्म के जर्म्स छिपे होते हैं जो लगातार पानी के संपर्क में आने के बाद हमें संक्रमित भी कर सकते हैं। साथ ही पुराने कपड़े पहनकर होली खेलने में वह उमंग नहीं महसूस होती, जिसके लिए हम वास्तव में होली खेलते हैं। हमें यह भी सोचना चाहिए कि होली सालभर बाद आती है। इस दिन हम खूब खुश होते हैं। यह खुशी तब और ज्यादा उमंग और पुलक से भर जाती है, जब हम अच्छे, साफ और सुंदर कपड़ों में बन-ठनकर होली खेलते हैं।
पोशाक के रंगों का चुनाव
सफेद रंग के नये कपड़े पहनकर होली खेलने पर जब इन कपड़ों में रंगों की बौछार होती है, तो यही साफ शफ्फाक कपड़े इंद्रधनुषी छटा बिखेरने लगते हैं। अगर सफेद रंग पसंद नहीं है तो लाल कुर्ता और लाल साड़ी भी होली का पसंदीदा ड्रेस कोड हो सकता है। लाल बॉर्डर की सफेद साड़ी पहनते ही आपके चेहरे पर रंगों की शर्मीली आभा बिखर जाती है। जब साड़ी पहनकर होली खेलने के लिए घर की छत पर या आंगन में पहुंचेंगी तो वहां उड़ रहा गुलाल आपको पलक झपकते ही अपने रंग में रंगकर मदमस्त कर देगा। पीला रंग भी होली की मस्ती का बड़ा प्रतिनिधि रंग है। पीले रंग के कपड़े भी होली में खूब फबते हैं। यूं तो महिलाओं के पास रंग बिरंगे कपड़ों की भरमार होती है। लेकिन यादगार होली के लिए पीले रंग का सूट भी बहुत अच्छी च्वाइस है। -इ.रि.सें.