चेहरे : नकली अदालत में असली फैसला
लेखक से निर्देशक बने रूमी जाफरी कसी हुई कहानी पर फिल्म बनाते हैं और स्टार कास्ट भी ऐसी लाते हैं कि लोग कम से कम उन्हें देखने के लिए सिनेमाघरों में जरूर चले जाएं। रूमी की फिल्म ‘चेहरे’ इसी का एक उदाहरण है। यह एक ऐसी फिल्म है जिसमें कार्यवाही तो अदालत की है लेकिन असल में वह अदालत है ही नहीं। रंजीत कपूर और रूमी जाफरी ने अपनी कलम की जादूगरी से केवल बातचीत पर आधारित फिल्म बना डाली है। यह फिल्म अमिताभ बच्चन, इमरान हाशमी, अन्नू कपूर, रघुवीर यादव, समीर सोनी, रिया चक्रवर्ती जैसे कलाकारों से सजी है। फिल्म में रिया चक्रवर्ती और क्रिस्टल डिसूजा ने अपना किरदार अच्छी तरह निभाया है जबकि अन्य कलाकार बेहतर हैं। हालांकि अमिताभ को एक बार फिर से वकील के रूप में देखकर दर्शकों को उनकी फिल्म पिंक की याद जरूर आ जाती है और इमरान हाशमी ने बहुत दिनों बाद एक सीरियस मूवी की है। फिल्म में संगीत दिया है विशाल शेखर और गौरव दासगुप्ता ने जबकि गानों को यासिर, देसाई और अमिताभ बच्चन ने आवाजें दी हैं।
-धर्मपाल