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चीका में तड़के तीन बजे मकान में धमाका, दो बच्चियों की मौत

06:54 AM Nov 05, 2024 IST
चीका में तड़के तीन बजे मकान में धमाका  दो बच्चियों की मौत
चीका में सोमवार को विस्फोट के बाद क्षतिग्रस्त मकान। -निस
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जीत सिंह सैनी/ निस
गुहला चीका, 4 नवंबर
चीका के वार्ड नंबर तीन में सोमवार तड़के करीब तीन बजे एक मकान में भीषण विस्फोट होने से सोलह वर्षीय कोमल और डेढ़ साल की रूही की मलबे में दबकर मौत हो गयी। घर के मालिक बलवान, उनकी पत्नी सुनीता और पुत्रवधू सपना को गंभीर चोटें आई हैं। धमाका इतना जोरदार था कि मकान की करीब 30 फुट लंबी मुख्य दीवार ढह गयी। लेंटर हवा में लटक गया और मकान का ऊपरी हिस्सा भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। अंदर की दीवारें, फर्नीचर पूरी तरह ध्वस्त हो गया। दरवाजे उखड़ गये। एक खिड़की चौखट समेत उखड़कर घर से काफी दूर जा गिरी। आसपास के कई अन्य मकानों में भी दरारें आ गयी। लगभग 400 फुट दूर तक कई मकानों के शीशे चटक गये। धमाके की आवाज चार किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। पुलिस का कहना है कि हादसे की वजह का पता जांच के बाद ही लग पाएगा। हालांकि, परिवार के सदस्य बलजीत सिंह ने कहा कि रसोई गैस सिलेंडर फटने से हादसा हुआ।
जिस दो मंजिला मकान में धमाका हुआ, उसमें बलवान सिंह और उनके भाई बलजीत सिंह के परिवार के कुल दस सदस्य रह रहे थे। बलवान सिंह के हिस्से वाले घर में धमाका के बाद परिवार के सदस्य मलबे में दब गये, जिन्हें आसपास के लोगों ने निकला। सोलह वर्षीय कोमल के सिर पर मलबा गिरा। उसे गुहला के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां से पटियाला रेफर कर दिया गया, लेकिन उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। बलवान की पुत्रवधू सपना ने काफी देर बाद बताया कि उसकी डेढ़ साल की बेटी रूही भी उसके साथ सोई हुई थी, जिसके बाद बच्ची को मलबे से निकाला गया और अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। हादसे की जानकारी मिलते ही डीएसपी गुहला कुलदीप बैनीवाल और चीका थाना प्रभारी सुरेश कुमार मौके पर पहुंचे। डीएसपी ने बताया कि फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया गया है। हादसे में मारी गयी कोमल और रूही का बाद दोपहर अंतिम संस्कार कर दिया गया, जिसमें पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर और बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।

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राहत कार्य में देरी पर भड़के विधायक

घटनास्थल पर पहुंचे कांग्रेस विधायक देवेंद्र हंस ने कहा कि सुबह नौ बजे तक भी राहत कार्य शुरू न होना प्रशासन व सरकार का फेलियर दर्शाता है। उन्होंने कहा कि शहर में इतना बड़ा हादसा होने के बाद भी एसडीएम घटनास्थल पर न आकर मीटिंग करने में व्यस्त हैं, इससे पता चलता है कि अधिकारियों को जनता की कोई परवाह नहीं है। वहीं, पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर भी मौके पर पहुंचे और परिजनों से बात की। उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से फोन पर बात कर हादसे की जानकारी दी और परिवार की मदद करने की मांग रखी। कुलवंत बाजीगर ने परिजनों को भरोसा दिलाया कि उन्हें सरकार से हर संभव मदद दिलाई जाएगी।

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