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आयुष विभाग के डीपीएम का अनुभव प्रमाण पत्र ‘फर्जी’, डीसी करवाएंगे जांच

07:32 AM Aug 02, 2024 IST
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कुमार मुकेश/हप्र
हिसार, 1 अगस्त
करीब दो साल पूर्व आयुष (आयुर्वेद, योगा और नेचुरोपैथी, यूनानी, सिद्धा और होम्योपैथी) विभाग में जिला प्रोग्राम प्रबंधक (डीपीएम) के पद पर हुई भर्ती के बाद हुई जांच के दौरान डीपीएम के अनुभव प्रमाण-पत्र कथित तौर पर फर्जी पाए गए हैं। यही नहीं, आरोप है कि कमेटी की रिपोर्ट के बाद डीपीएम ने एक और संशोधित अनुभव प्रमाण पत्र बनवा लिया लेकिन जांच के दौरान वह भी फर्जी मिला। अनुभव प्रमाण पत्र की जांच करने वाली कमेटी ने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच की सिफारिश की लेकिन आरोप है कि जिला आयुर्वेदिक अधिकारी ने अभी तक जांच नहीं करवाई है। हालांकि जिला उपायुक्त ने पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाने की बात कही है।
मामले के अनुसार पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट ने एक मामले की सुनवाई करते हुए आयुष विभाग से जवाब मांगा कि प्रदेश में कार्यरत डीपीएम के अनुभव प्रमाण पत्र डिग्री से पहले के हैं या बाद के हैं। दरअसल हिसार के डीपीएम ने हिसार के सपरा मल्टीस्पेशियलिटी (एसएमएस) हॉस्पिटल के अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर यह नौकरी हासिल की। मामले के बारे में सपरा मल्टीस्पेशियलिटी (एसएमएस) हॉस्पिटल को जानकारी मिली तो बिना किसी नोटिस के अस्पताल प्रशासन ने गत‍् 2 मई, 2024 को ही ईमेल के माध्यम से जिला आयुर्वेदिक अधिकारी को अवगत करवाया कि डीपीएम ने सपरा अस्पताल में कार्य का अनुभव प्रमाण-पत्र दिया है जो पूरी तरह से फर्जी है, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाए। इसके बाद विक्रम ने 2 मई, 2024 को ही डीपीएम के पद से त्यागपत्र दे दिया।
इस पर जिला आयुर्वेदिक अधिकारी ने डीपीएम के अनुभव प्रमाण-पत्र की जांच के लिए 2 मई, 2024 को एएमओ (आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी) डॉ. दलीप प्रकाश, डॉ. सहदेव, डॉ. संदीप की कमेटी गठित कर दी। इसके बाद कमेटी ने अस्पताल के स्वामी डॉ. तरुण सपरा, एचआर प्रबंधक अरविंद कुमार ने बयान दर्ज किए और उन्होंने अनुभव प्रमाण पत्र को फर्जी बताया। इसके बाद 28 मई को सपरा अस्पताल से एक बार फिर ईमेल की जाती है कि डीपीएम का अनुभव प्रमाण पत्र सही है, पहले दस्तावेज नहीं मिले थे और अब मिल गए हैं। इसके बाद जिला आयुर्वेदिक अधिकारी ने कमेटी को नए प्रमाण पत्र की दोबारा जांच के लिए कहा तो कमेटी ने कहा कि यह मामला संदेहास्पद है, इसलिए इसका सत्यापन किसी उच्च स्तरीय कमेटी से करवाया जाए। लेकिन आज तक उच्च स्तरीय जांच नहीं करवाई गई है।

जो भी दोषी मिला, उसके खिलाफ होगी कार्रवाई : डीसी

आयुष सोसायटी के चेयरमैन एवं जिला उपायुक्त प्रदीप दहिया ने बताया कि हाईकोर्ट द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देने की बजाय डीपीएम का इस्तीफा आने से ही मामला संदिग्ध लगा। इस मामले की उच्च अधिकारी से जांच करवाई जाएगी और जो भी दोषी मिला, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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जांच रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेज दी है: डीएओ

जिला आयुर्वेदिक अधिकारी (डीएओ) ने कहा कि डीपीएम के खिलाफ कोई शिकायत मिली थी जिसकी जांच करवाई गई और रिपोर्ट उच्चाधिकरियों को सौंप दी गई है। साथ ही कहा कि डीपीएम ने अब कहा है कि उन्होंने पारिवारिक कारणों के चलते इस्तीफा दिया था, अब इस्तीफा अस्वीकार करने का भी आग्रह किया है, जिसको भी उच्चाधिकारियों के पास भेज दिया गया है।

मेरे अनुभव प्रमाण पत्र सही हैं: डीपीएम

डीपीएम का कहना है कि उसके अनुभव प्रमाण पत्र सही हैं जिसकी जांच भी करवाई जा चुकी है। पहले पारिवारिक कारणों के चलते त्याग पत्र दिया था और अब दोबारा ज्वाइन करवाने के लिए आग्रह किया है।

विक्रम के सभी प्रमाण पत्र फर्जी : तरुण सपरा

सपरा अस्पताल के स्वामी डॉ. तरुण सपरा ने बताया कि डीपीएम ने कभी भी उनके अस्पताल में कार्य नहीं किया। उसके द्वारा जो भी अनुभव प्रमाण-पत्र बनाए गए हैं, सब फर्जी है और इस बारे में संबंधित अधिकारी को ईमेल द्वारा सूचित कर दिया गया है।
जब उनसे अस्पताल के एचआर प्रबंधक द्वारा संशोधित अनुभव प्रमाण पत्र जारी करने के बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि, वह भी फर्जी है, वे इस बारे में भी संबंधित अधिकारी को मेल भेज चुके हैं।

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