For the best experience, open
https://m.dainiktribuneonline.com
on your mobile browser.
Advertisement

Execution Model : आसमान की ओर अगला कदम... रक्षा मंत्री राजनाथ ने पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान के लिए ‘निष्पादन मॉडल' को दी मंजूरी

10:17 PM May 27, 2025 IST
execution model   आसमान की ओर अगला कदम    रक्षा मंत्री राजनाथ ने पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान के लिए ‘निष्पादन मॉडल  को दी मंजूरी
Advertisement

नई दिल्ली, 27 मई (भाषा)
Execution Model : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत के महत्वाकांक्षी पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमान (उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान यानी एएमसीए) के डिजाइन और उत्पादन के लिए ‘निष्पादन मॉडल' को मंजूरी दे दी है।

Advertisement

भारत अपनी वायु शक्ति क्षमता को बढ़ाने के लिए उन्नत ‘स्टील्थ' (ऐसे विमान जिनकी हवाई क्षेत्र में मौजूदगी का पता लगाना मुश्किल होता है) विशेषताओं वाले और दुश्मन के क्षेत्र में भीतर तक जाकर लक्ष्य को भेद सकने वाले मध्यम वजन के लड़ाकू जेट विकसित करने की महत्वाकांक्षी एएमसीए परियोजना पर काम कर रहा है। तेजस हल्के लड़ाकू विमान के साथ एएमसीए को भारतीय वायुसेना का मुख्य आधार बनाने की योजना है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि सिंह ने एएमसीए के लिए ‘निष्पादन मॉडल' को मंजूरी दे दी है, जिसे उद्योग भागीदारों के सहयोग से एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) द्वारा विकसित किया जाएगा।

विमान के विकास के लिए महत्वपूर्ण चरण को मंजूरी ऐसे समय में दी गई है जब इस क्षेत्र में चीन की तीव्र प्रगति के मद्देनजर भारत की वायु शक्ति को मजबूत करने पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। भारत की स्वदेशी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने और एक मजबूत घरेलू एयरोस्पेस औद्योगिक पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (एएमसीए) कार्यक्रम निष्पादन मॉडल को मंजूरी दे दी है।

Advertisement

निष्पादन मॉडल का दृष्टिकोण निजी और सार्वजनिक दोनों क्षेत्रों को प्रतिस्पर्धी आधार पर समान अवसर प्रदान करता है। वे स्वतंत्र रूप से या संयुक्त उद्यम या संघ के रूप में बोली लगा सकते हैं। इकाई/बोलीदाता देश के कानूनों और नियमों का अनुपालन करने वाली भारतीय कंपनी होनी चाहिए। यह एएमसीए विकसित करने के लिए स्वदेशी विशेषज्ञता और क्षमता का उपयोग करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो एयरोस्पेस क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में मील का पत्थर साबित होगा।

Advertisement
Tags :
Advertisement