आबकारी विभाग ने 168 कर्मचारियों की डिग्रियों की शुरू की जांच
संगरूर, 6 दिसंबर (निस)
फर्जी डिग्री से प्रमोशन पाने वाले आबकारी इंस्पेक्टरों पर विभाग ने कार्रवाई की तैयारी कर ली है। विभाग पिछले दो दिनों से निरीक्षकों को मुख्यालय बुलाकर उनसे जवाब मांग रहा है और उनके द्वारा दी गई डिग्रियां भी जमा कर रहा है, जिसकी अलग से जांच की जा रही है। 168 में से करीब 70 इंस्पेक्टरों से पूछताछ हो चुकी है, जबकि बाकी इंस्पेक्टरों को 10 दिसंबर को अपनी डिग्री के साथ कार्यालय में उपस्थित होने का आदेश दिया गया है। जानकारी के मुताबिक, आबकारी विभाग की ग्रेजुएशन डिग्रियों का मामला साल 2008 का बताया जा रहा है। 2012 में इस मामले को विभाग के कनिष्ठ सहायकों ने उठाया था। इस मामले की जांच के लिए डीटीसी सरोजनी श्रद्धा गौतम की ड्यूटी लगाई गई, जिन्होंने दो साल बाद 2014 में अपनी रिपोर्ट सौंपी और खुलासा किया कि डिग्रियां फर्जी थीं। उस समय मामला कोर्ट में चला गया और विभाग ने संबंधित कर्मचारियों से शपथ पत्र लेकर उन्हें प्रोमोशन दे दिया। 2017 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले के मुताबिक इन कर्मचारियों की डिग्री को अवैध घोषित कर दिया गया था। लंबे समय तक विभाग की ओर से इन कर्मचारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिस पर 2016 बैच के कर्मचारियों ने सरकार से इस मामले में कार्रवाई करने की अपील की। एक्साइज विभाग के एडिशनल कमिश्नर मंजीत सिंह चीमा ने बताया कि प्रमोशन पाने वाले सभी कर्मचारियों से जवाब तलब किया जा रहा है। सभी कर्मचारियों की डिग्रियां जमा कराने के बाद उनकी गहनता से जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।