हर बेटी साइबर क्राइम के प्रति हो जागरूक : सोनिया अग्रवाल
सोनीपत, 11 नवंबर (हप्र)
हरियाणा राज्य महिला आयोग की वाइस चेयरपर्सन सोनिया अग्रवाल ने कहा कि सोशल मीडिया के इस्तेमाल के दौरान हमारी बेटियां अनजाने में अपनी डिटेल शेयर कर देती हैं जो उनके लिए कई बार समस्या पैदा कर देता है। इसलिए आज के समय हर बेटी को महिलाओं के प्रति होने वाले साइबर क्राइम के प्रति जागरूक होना बहुत जरूरी है।
सोनिया अग्रवाल हिंदू गर्ल्स काॅलेज में साइबर क्राइम को लेकर जागरूकता कार्यक्रम में छात्राओं को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि यदि किसी के साथ में भी कोई अप्रिय घटना होती है और फिर कोई भी उन्हें ब्लैकमेल करने की कोशिश करता है तो हमें हिम्मत दिखाते हुए इसकी सूचना अपने पेरेंट्स, महिला आयोग या पुलिस को देनी होगी। हमें किसी भी प्रकार किसी से भी डरना नहीं है। उन्होंने छात्राओं का आह्वान किया कि वे सोशल मीडिया से दूर रहकर अपनी शिक्षा पर ध्यान दें, क्योंकि शिक्षा ही वो साधन हो जिससे हम अपनी हर मंजिल को प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही अपने सपनों के साथ आगे बढ़ सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सभी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालयों व कार्यालयों में इंटरनल कंप्लेंट कमेटी (आईसीसी) होती है, जिसमें किसी भी प्रकार के मानसिक एवं शारीरिक उत्पीड़न के मामले दर्ज करवाए जा सकते हैं। छात्राएं व महिलाएं उनके खिलाफ होने वाले किसी भी अपराध की जानकारी अपने दोस्तों, अध्यापकों, माता-पिता, पुलिस या महिला आयोग के साथ साझा करें, ताकि समय रहते अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके।
उन्होंने कहा कि महिलाओं के अधिकारों के संरक्षण के लिए हरियाणा राज्य महिला आयोग हमेशा उनके साथ खड़ा रहता है ताकि हमारी किसी भी बेटी को कोई तकलीफ न सहन करनी पड़े। उन्होंने कहा कि मेरे पास जो भी महिला या बेटी शिकायत लेकर आती है तो आयोग तुरंत उस पर कार्रवाई करते हुए उस बेटी या महिला को न्याय दिलाने का कार्य करता है। इस मौके पर एसीपी राजपाल सिंह, प्रिंसिपल डॉ. विपाशा अग्रवाल, वाइस प्रिंसिपल सुनीता जैन, डॉ. सुमन, डॉ. नीलम, डॉ. त्रिपता समेत अनेक लोग मौजूद रहे।
लुभावने आॅफर देने वाली साइटों से दूर रहें..
एसएचओ बसंत सिंह ने मोबाइल, कंप्यूटर व इंटरनेट के माध्यम से विभिन्न प्रकार के अपराधों बारे विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि अपनी व्यक्तिगत जानकारियों को हमें किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा नहीं करना चाहिए। इसके अलावा इंटरनेट के माध्यम से भेजे गए किसी भी वेब लिंक के माध्यम से एप को डाउनलोड न करें। उन्होंने कॉलेज में उपस्थित छात्राओं से नौकरी, दोस्ती, शादी व अन्य प्रलोभन देने वाली वेबसाइट से दूर रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कई बार हैकर स्पाई सॉफ्टवेयर को लड़कियों या महिलाओं के फोन में इंस्टॉल कर देता है, जिसके माध्यम से उनके साथ ब्लैकमेलिंग और सेक्सुअल एसॉल्ट जैसी घटनाओं को अंजाम देता है। ऐसे अपराधों को होने से महिलाएं खुद रोक सकती है। साइबर अपराध के संबंध में कोई भी शिकायत साइबर थाने या वेबसाइट तथा महिला संबंधी अन्य शिकायतों को महिला हेल्पलाइन नंबर 1091 एवं व्हाट्सएप नंबर 9560080115 पर दर्ज किया जा सकता है। शिकायतकर्ता का नाम व अन्य सभी जानकारियों को गुप्त रखा जाएगा।