होडल नगर परिषद में शामिल होने के 10 साल बाद भी सुविधाओं को तरसा गांव गढ़ी
बलराम बंसल/निस
होडल, 28 नवंबर
नगर परिषद होडल में शामिल किए गए गढ़ी गांव को दस साल बाद भी नगर परिषद द्वारा परिसीमन कर न जोड़े जाने के कारण नागरिकों को विकास कार्यों के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि गढ़ी गांव में पहले ग्राम पंचायत थी।
नगर पालिका होडल को नगर परिषद बनाने पर 2014 में गढ़ी गांव की पंचायत को समाप्त कर इसे होडल नगर परिषद में शामिल किया गया था। गांव में अंतिम सरपंच के रूप में मास्टर मनोहर लाल की पत्नी मूर्ति देवी ने अपना कार्य किया था।
नगर परिषद में शामिल होने के बाद इस गांव के नागरिकों को दो पार्षदों को नगर परिषद के लिए चुनने के लिए मतदान का अधिकार तो मिल गया है, लेकिन नगर परिषद परिसीमन को इस गांव को शामिल कर मंजूरी के लिए सरकार को नहीं भेजा गया है। होडल नगर परिषद में शामिल होने के बाद जहां गढ़ी गांव में विकास कार्यों को पंख लगने चाहिए थे, लेकिन परिसीमन न होने के कारण गांव में विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं।
ग्रामीणों को बिजली भी अभी तक ग्रामीण फीडर से ही मिल रही है। ग्रामीणों को राजनेताओं व अधिकारियों द्वारा शहरी फीडर से जोड़ने की अनेकों बार घोषणा की गई है। गांव में बिजली की लाइन को भी बिछा दिया गया है लेकिन अभी तक ग्रामीणों को शहरी फीडर से नहीं जोड़ा गया है। दो पार्षदों व नगर परिषद उप प्रधान मनीषा के नगर परिषद में चुनने के बाद भी गांव में विकास के नाम पर एक भी ईंट नहीं लग पाई है। गांव में खेल स्टेडियम अधूरा पड़ा है। गांव के मेन मार्गों का कार्य भी नहीं हो पा रहा है। गांव में पीने के पानी की पाइप लाइन जगह-जगह से टूट जाने के कारण गांव के हरिजन मोहल्ले, बबुआ मोहल्ले में गंदा पानी आने के कारण नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गढ़ी गांव निवासी नगर परिषद उप प्रधान मनीषा का कहना है कि अनेकों बार नगर परिषद की बैठक में गांव को परिसीमन के बाद नगर परिषद क्षेत्र में शामिल कर विकास कार्यों को गति प्रदान करने की मांग की गई लेकिन उन्हें हर बार केवल आश्वासन ही दिया जाता है। होडल के विधायक हरेंद्र सिंह का कहना है कि उन्होंने गढ़ी, वेढ़ा गांव के मुद्दे को हरियाणा विधानसभा सत्र में उठाया गया था। वह शीघ्र ही इन दोनों गावों को परिसीमन कर नगर परिषद क्षेत्र में शामिल करवा कर यहां विकास कार्य करवायेंगे।