आईएमटी, खरखौदा के उद्यमियों ने मूलभूत सुविधाओं को लेकर बुलंद की आवाज़
सोनीपत, 23 नवंबर (हप्र)
इंडस्ट्रियल मॉडल टाऊनशिप (आईएमटी), खरखौदा में अरसा बीत जाने के बाद भी मूलभूल सुविधाएं उपलब्ध न कराए जाने पर उद्योगपतियों में भारी नाराजगी है। आईएमटी, खरखौदा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन का कहना है कि अगर जल्द ही एचएसआईआईडीसी (हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं बुनियादी ढांचा विकास निगम) ने टाउनशिप को विकसित करने के लिए ठोस पहल नहीं कि वे धरने, प्रदर्शन या आंदोलन छेडऩे से भी पीछे नहीं हटेंगे। आईएमटी, खरखौदा इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की बैठक में पदाधिकारियों ने एचएसआईआईडीसी के ढुलमुल रवैये पर चिंता व्यक्त करते हुए आरपार की लड़ाई करने का फैसला लिया है। एसोसिएशन के प्रधान राजीव दहिया ने बताया कि आईएसटी, खरखौदा में उद्योगपतियों ने कई-कई करोड़ रूपये खर्च प्लॉट खरीदे कई साल हो चुके हैं। मूलभूत सुविधाओं के नाम पर हाथ खाली हैं। सैकड़ों इकाइयों को आज भी मूलभूत विकास का इंतजार है। इससे उन्हें भारी नुकसान पहुंच रहा है।
मारूति 800 एकड़ में लगा रही है प्लांट
आईएमटी खरखौदा में 776 करोड़ रूपये से सडक़, पानी, सीवर, ड्रेनेज सिस्टम, स्ट्राम वॉटर, बिजली समेत सभी मूलभूल सुविधाएं उपलब्ध करानी हैं। उपरोक्त सुविधाएं मिलने पर ही यहां पर स्थाापित औद्योगिक इकाइयां सामान्य तौर पर कार्य कर पाएंगे। मारूति कार के लिए भी 800 एकड़ जमीन में अति आधुनिक तकनीक पर आधारित प्लांट निर्माणाधीन है। सरकारी दावों के मुताबिक जनवरी 2025 में यहां पर कारों का निर्माण शुरू होना है। मगर धरातल पर जाकर देखें तो मूलभूल सुविधाओं के नाम पर दावे खोखले नजर आ रहे हैं।