24 जनवरी से कार्य का बहिष्कार करेंगे कर्मचारी
मनीमाजरा (चंडीगढ़), 17 जनवरी (हप्र)
बिजली विभाग के निजीकरण के विरोध में कर्मचारियों का आंदोलन तेज हो गया है। कर्मचारियों ने अपनी सेवा शर्तों और अधिकारों की रक्षा की मांग करते हुए शुक्रवार को रैलियां की। यूनियन ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया तो 24 जनवरी से कार्य बहिष्कार शुरू किया जाएगा।
कर्मचारी नेताओं ने आरोप लगाया कि मुनाफे में चल रहे बिजली विभाग को औने-पौने दामों पर निजी कंपनियों को बेचा जा रहा है। यूनियन का कहना है कि कंपनी की शर्तें बार-बार बदली जा रही हैं, लेकिन प्रशासन ने एलओआई रद्द नहीं किया, जिससे अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। कर्मचारियों को बिना विकल्प दिए जबरदस्ती निजी कंपनियों के हवाले किया जा रहा है। यूनियन ने पूछा कि क्या निजी कंपनियां आरक्षण नीति लागू करेंगी और वेतन विसंगतियों को दूर करेंगी।
कर्मचारी नेताओं ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि उन्होंने ट्रांसफर पॉलिसी को सार्वजनिक नहीं किया और कर्मचारियों को एडजस्ट करने में पारदर्शिता नहीं बरती। यूनियन के महासचिव गोपाल दत्त जोशी और अन्य नेताओं ने कहा कि प्रशासन की नीतियां कर्मचारियों और जनता के हितों के खिलाफ हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि विभाग को निजी हाथों में सौंपा गया, तो उसी दिन से कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया जाएगा। पहले चरण में कर्मचारी प्रशासन के फैसले के खिलाफ 24 जनवरी को एक लाख उपभोक्ताओं के हस्ताक्षरों के साथ प्रशासक को ज्ञापन सौंपेंगे।