ऑनलाइन ट्रांसफर के विरोध में कर्मचारी लामबंद, आंदोलन का ऐलान
रोहतक 10 अगस्त (हप्र)
विश्वविद्यालयों के ऑनलाइन ट्रांसफर के विरोध में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के सभी कर्मचारी लामबंद हो गए हैं। उन्होंने ऐलान किया है कि महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में 11 और 12 अगस्त को सभी शिक्षक और गैर शिक्षक कर्मचारी मिलकर 2 दिन के लिए काले बिल्ले लगाकर काम करेंगे। इसके बाद 13 तारीख को पेन डाउन स्ट्राइक की जाएगी। 14 और 15 तारीख के अवकाश के बाद 16 तारीख को सांकेतिक हड़ताल रहेगी और गेट मीटिंग भी की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी की फिर भी सरकार नहीं चेती तो हरियाणा के विश्वविद्यालयों के सभी प्रधानों के साथ ऑनलाइन मीटिंग की जाएगी जिसमें सरकार के एचआरएमएस और ऑनलाइन ट्रांसफर पॉलिसी के विरोध में कोई कड़ा फैसला भी लिया जा सकता है। कर्मचारियों ने इस मामले में मुख्यमंत्री और राज्यपाल हरियाणा के नाम ज्ञापन कुल सचिव प्रोफेसर गुलशन लाल तनेजा को सौंपा।
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय गैर शिक्षक कर्मचारी संघ के प्रधान रणधीर कटारिया और शिक्षक संघ के प्रधान विकास सिवाच की संयुक्त अध्यक्षता में एचआरएमएस पर डाटा अपलोड करने के बारे में और विश्वविद्यालय के कर्मचारियों का ऑनलाइन ट्रांसफर के विरोध में जनरल बॉडी की मीटिंग बुलाई गई। आज की मीटिंग में शिक्षक संघ और गैर शिक्षक कर्मचारियों के साथ-साथ पंडित भगवत दयाल शर्मा विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों ने भी शिरकत की। महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के शिक्षक संघ के प्रधान विकास सिवाच ने बताया कि संघ की मजबूती उनके सदस्यों से है। जब तक सभी शिक्षक वर्ग और गैर शिक्षक वर्ग हमारे साथ खड़ा है वह कर्मचारियों के हितों की लड़ाई लड़ते रहेंगे तथा कर्मचारियों पर किसी भी प्रकार की आंच नहीं आने देंगे। चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव राजेश पुनिया ने विश्वविद्यालय के संविधान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऑनलाइन ट्रांसफर का मामला विश्वविद्यालय के संविधान के खिलाफ है।
इस अवसर पर पूर्व प्रधान फूल कुमार बोहत और उपप्रधान राजेश गिरधर ने भी कहा कि वह कर्मचारियों के साथ हैं। आज का मंच संचालन महासचिव रविंद्र लोहिया ने किया। बैठक में शिक्षक वर्ग से प्रोफेसर रणदीप राणा, प्रोफेसर जगदीश नांदल, प्रोफेसर विनीत सिंगला, डॉ शमशेर सिंह मलिक, डॉक्टर, हरकेश सहरावत, अरुण हुड्डा और गैर शिक्षक वर्ग से उपप्रधान राजेश गिरधर, महासचिव रविंदर लोहिया मौजूद रहे।