विद्युत अभियांत्रिकी महासंघ ने की आरोपी अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग
शिमला, 2 अप्रैल (हप्र)
अखिल भारतीय विद्युत अभियांत्रिकी महासंघ ने पावर कॉर्पोरेशन के मुख्य अभियंता विमल नेगी को आत्महत्या के लिए उकसाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के आरोपी एमडी और निदेशक को बर्खास्त करने की मांग की है। एआईपीईएफ के संरक्षक और एचपीएसएलडीसी के पूर्व एमडी सुनील ग्रोवर ने मंगलवार को शिमला में विमल नेगी मौत मामले में जांच अधिकारी व अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा के समक्ष मुख्य अभियंता विमल नेगी की दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों के संबंध में एक हलफनामा प्रस्तुत किया। महासंघ की मांग है कि इन दोनों अधिकारियों के खिलाफ तुरंत आपराधिक कार्रवाई शुरू की जाए।
हलफनामे में दावा किया गया है कि नेगी संगठित कॉर्पोरेट भ्रष्टाचार, शत्रुतापूर्ण कार्य वातावरण और कार्यस्थल पर अत्यधिक उत्पीड़न का सामना कर रहे थे, जिस कारण उनके पास निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार को सामने लाने के लिए अंतिम बलिदान देने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था।
महासंघ ने कहा है कि इन वर्णित विभिन्न तथ्यों को भारतीय खाद्य एवं कृषि परिषद के महानिदेशक तथा भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी तरुण श्रीधर ने भी अपने लेख ‘हमें क्षमा कर देना विमल नेगी’ में उजागर किया है।