हरियाणा में निर्वाचन आयोग को है तटस्थ छवि के ब्रांड एंबेसडर की तलाश
चंडीगढ़, 24 मार्च (ट्रिन्यू)
केंद्रीय व राज्य निर्वाचन आयोग हर बार की तरह इस बार भी चुनाव में अधिकाधिक मतदान कराने के लिए प्रयासरत है। मगर उसके सामने परेशानी आ रही है कि इस कार्य के लिए लोगों को प्रेरित करने वाले ब्रांड एंबेसडर नहीं मिल पा रहे हैं। आलम यह है कि अभी तक निर्वाचन विभाग ने ब्रांड एंबेसडर बनाने के लिए जितने भी नामी चेहरों को चिन्हित किया है, उनमें अधिकतर किसी न किसी रूप में राजनीतिक दलों से जुड़े हैं। जबकि कुछ सीधे-सीधे किसी न किसी पार्टी से जुड़े हैं। ऐसे में राज्य चुनाव आयोग को मशक्कत करनी पड़ रही है।
बता दें कि केंद्रीय चुनाव आयोग ने राष्ट्रीय स्तर पर फिल्म अभिनेता राजकुमार राव को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाया है। यह एक संयोग ही है कि राजकुमार राव हरियाणा के गुरुग्राम के ही रहने वाले हैं। इसी कदम पर चलते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग ने राज्यों को अपने-अपने स्तर पर प्रमुख नामी हस्तियों को ब्रांड एंबेसडर बनाने के लिए अधिकृत किया है। हरियाणा खिलाड़ियों और कलाकारों का प्रदेश है। यहां राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सेलिब्रिटी की कमी नहीं है। इसी वजह से राज्य के निर्वाचन विभाग ने हर जिले में एक-एक ब्रांड एंबेसडर बनाने की कार्य योजना तैयार की थी। इस क्रम में मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने सभी जिला उपायुक्तों से नाम भी मंगवाए थे।
जिला उपायुक्तों द्वारा भेजे जाने वाले नामों में यह तय किया जाना था कि राज्य स्तर पर किस सेलिब्रिटी को ब्रांड एंबेसडर बनाया जा सकता है और जिला स्तर पर कौन-कौन ब्रांड एंबेसडर हो सकते हैं। मगर उनके द्वारा भेजे गये नाम मुख्य निर्वाचन अधिकारी को नहीं भा रहे। कारण भेजे गये नामों का किसी न किसी दल से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े होना बताया जा रहा है।
इससे पहले साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में प्रदेश में करीब 70 प्रतिशत मतदान हुआ था। मगर चुनाव आयोग चाहता है कि मतदान के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ा कर इसे 75 प्रतिशत तक ले जाया जाये। इसके पीछे निर्वाचन विभाग की सोच यही है कि लोगों को लोकतंत्र के त्योहार में अधिकाधिक आहुति डालनी चाहिए, ताकि वे अपनी पसंद के जनप्रतिनिधियों तथा सरकार को चुन सकें। मुख्य निर्वाचन कार्यालय के अधिकारियों ने जब जिलों से आए सेलिब्रिटी के नामों पर चर्चा की तो पता चला कि अधिकतर चेहरे ऐसे हैं, जो किसी न किसी रूप में राजनीतिक दलों से जुड़े हुए हैं।
इस वजह से अभी निर्वाचन विभाग न तो राज्य स्तर पर कोई ब्रांड एंबेसडर तय कर पाया है और न ही जिला स्तर पर किसी को ब्रांड एंबेसडर के तौर पर नियुक्त किया जा सका है। इससे तय है कि तलाश का सिलसिला अभी जारी रह सकता है।
नामों के चयन को लेकर पैदा हुआ संकट
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल के अनुसार आयोग को सेलिब्रिटी को ब्रांड एंबेसडर के रूप में चुनने में दिक्कत आ रही है। यह दिक्कत कई तरह की है। दरअसल हरियाणा खिलाड़ियों का प्रदेश है, इसलिए निर्वाचन विभाग ने सोचा था कि किसी खिलाड़ी हस्ती को ही ब्रांड एंबेसडर बनाया जाएगा, लेकिन जब ऐसे नाम चिन्हित किए गए तो हमारे सामने निर्णय लेने का संकट पैदा हो गया। इस बारे में जिला उपायुक्तों से एक बार फिर दोबारा होम वर्क करते हुए सर्वमान्य नाम भिजवाने का आग्रह किया गया है।